NEWSPR डेस्क। पटना की हवा दिन प्रतिदिन जहरीली होती जा रही है। शहर के तारामंडल एरिया की हवा तो दिल्ली से भी जहरीली हो गई है। यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 469 पहुंच गया है, जबकि दिल्ली इससे काफी पीछे 404 पर है। वहीं पटना के ईको पार्क की तरफ हरियाली के बाद भी प्रदूषण के कारण हवा प्रदूषित हुई है। शनिवार को पटना के 6 स्टेशनों को मिलाकर पटना का AQI 391 पहुंच गया है जो सेहत के लिए काफी घातक बताया जा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि घर से बिना मास्क निकलने वालों को दोहरा खतरा है। कोरोना के साथ अब जहरीली हवा से भी फेफड़े प्रभावित हो सकते हैं।
प्रदूषण के कारण जहर हो रही हवा
प्रदूषण के कारण ही हवा लगातार जहरीली हो रही है। शनिवार को 6 स्टेशनों की जो रिपोर्ट आई है उसके अनुसार सबसे खराब हवा तारामंडल एरिया की रही। यहां का AQI अधिक है। वहीं वेटनरी कॉलेज के आसपास की हवा भी जहरीली रही यहां का AQI 360 दर्ज किया गया है। दानापुर में डीआरएम कार्यालय में लगाए गए सेंटर ने दानापुर एरिया का AQI 396 बताया है। पटना सिटी का AQI 307 रिकार्ड किया गया है।
सांस के रोगी हो जाएं सावधान
पटना की हवा जिस तरह से प्रदूषित हो रही है उससे लोगों को सावधान होने की जरूरत है। थोड़ी सी लापरवाही सांस की गंभीर समस्या दे सकती है। हवा के कारण चर्म रोग से लेकर हृदय और सांस के रोग की समस्या होगी। इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना के चेस्ट रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मनीष शंकर का कहना है कि हवा के कारण समस्या तेजी से बढ़ रही है।
ठंड में सांस के रोगियों की समस्या वैसे ही बढ़ जाती है इस पर प्रदूषित हवा और समस्या पैदा कर रही है। ओपीडी में मरीजों की संख्या हर दिन 100 रह रही है। इसमें 40 मरीज नए हो रहे हैं। पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. विकास शंकर का कहना है कि प्रदूषित हवा के कारण चर्म रोग की भी समस्या बढ़ गई है। ऐसे में कपड़ा पूरा पहले और हवा मास्क का प्रयोग करें। इससे सांस की समस्या के साथ कोरोना का खतरा भी कम होगा।
पटना से विक्रांत की रिपोर्ट…