NEWSPR डेस्क। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद इसको सफल बनाने के लिए चौकीदार को जिम्मेदारी दी गयी थी. गया के गांधी मैदान में आयोजित एक दिवसीय धरना में चौकीदारों ने शराबबंदी की सफलता पर पोल खोलकर रख दिया. चौकीदार संघ के प्रमंडलीय अध्यक्ष ने कहा शराब भट्टी से लेकर शराब माफियाओं की जानकारी थाना को दी जाती है, लेकिन थाना प्रभारी कोई कार्रवाई नहीं करते हैं.
दरअसल एक तरफ सरकार शराबबंदी को लेकर अपनी पीठ थपथपाती है. पर हकीकत ये है कि शराब घर के दरवाजे तक मिल जा रहा है. इसकी पुष्टि खुद पुलिस के सबसे निचले अंग चौकीदारों ने किया है. मंगलवार को जिला में चौकीदार अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे थे.
इसी क्रम में उन्होंने शराबबंदी की पोल खोल कर रख दी. बिहार राज्य चौकीदार संघ के मगध प्रमण्डल अध्यक्ष राकेश कुमार ने कहा कि सरकार चौकीदार को शराबबंदी को सफल बनाने के लिए कार्य दी है. लेकिन एसएसपी और थानाध्यक्ष चौकीदार से डाक और कैदी ड्यूटी में लगा देते हैं. शराब भट्टी और शराब माफिया के बारे में जानकारी देने पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.
राकेश कुमार ने आरोप लगाया कि सीधे तौर पर शराब माफिया को छोड़ दिया जाता कहा जाता है. सभी को जेल भेजेंगे तो जेल ही भर जाएगा. हमारी मांग है हमें जिस काम करने के लिए चयनित किया गया उसी के तहत हमलोग से काम लिया जाए.
विक्रांत की रिपोर्ट…