बिहार विधानसभा चुनाव के बीच सियासी बयानबाजी अपने चरम पर है। इसी कड़ी में लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने रविवार को आरजेडी पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा रहे हैं, लेकिन उनकी सरकार कानून-व्यवस्था से समझौता नहीं करेगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
क्यों भड़के चिराग पासवान?
दरअसल, रविवार को बख्तियारपुर के सालिमपुर थाना क्षेत्र के अलीपुर गांव में लोजपा (रामविलास) के प्रत्याशी अरुण कुमार की प्रचार गाड़ी पर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया। हमलावरों ने गाड़ी में तोड़फोड़ की और ड्राइवर के साथ मारपीट भी की, जिससे वह घायल हो गया। घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है।
चिराग ने आरजेडी पर लगाया हमला करने का आरोप
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए चिराग पासवान ने कहा कि, “इस तरह की हरकतें विपक्ष की मानसिकता को दर्शाती हैं। आरजेडी और उससे जुड़े लोग चुनाव में हार के डर से हिंसा का सहारा ले रहे हैं। उनकी सोच हमेशा से यही रही है — किसी भी कीमत पर चुनाव जीतना।”
उन्होंने कहा कि विपक्ष नहीं चाहता कि दलित, पिछड़े और वंचित समाज के लोग मुख्यधारा की राजनीति में आगे बढ़ें। “आरजेडी की यही मानसिकता है कि जो वंचित समाज से आता है, उसे सत्ता में पहुंचने से रोक दिया जाए,” चिराग ने कहा।
“बिहार में दोबारा नहीं आने देंगे जंगलराज”
चिराग पासवान ने साफ कहा कि उनकी सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
“मेरी सरकार कानून के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। दोषियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा। बिहार में फिर से जंगलराज नहीं लौटने देंगे।”
बिहार चुनाव के इस माहौल में चिराग पासवान का यह बयान न केवल आरजेडी के खिलाफ सियासी हमला माना जा रहा है, बल्कि कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर जनता को संदेश देने की कोशिश भी है।