NEWSPR /DESK : झारखंड प्रदेश कांग्रेस का हर नेता-कार्यकर्ता इन दिनों सेटिंग-गेटिंग में लगा हुआ है. बोर्ड-निगम में खाली पदों को भरने की चर्चा होते ही मानो पार्टी में एक एनर्जी सी आ गई है. किसी नेता को झारखंड में मन नहीं लग रहा है, इन दिनों सबका एक ही नारा है- “दिल्ली चलो.” जिसे देखिए, वही दिल्ली में डेरा जमाये हुए है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की बातों का बहाना बनाकर अपनी सेटिंग करने में लगे हैं. किसी तरह बोर्ड-निगम में जगह मिल जाये, इसको लेकर सारे नेता-कार्यकर्ता अपने-अपने स्तर से सेटिंग में लगे हुए हैं. इधर, कांग्रेस में कार्यकर्ताओं ने अपने ही विधायकों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पार्टी कार्यकर्ता एक व्यक्ति, एक पद का फॉर्मूला तय करने को लेकर आवाज उठा रहे हैं और आलाकमान तक भी बातों को पहुंचा रहे हैं.
दिल्ली दरबार हाजिरी लगाने का सिलसिला जारी
पार्टी के नेताओं का दिल्ली दरबार में हाजिरी लगाने का सिलसिला जारी है. पिछले एक माह के अंदर पार्टी के दीपिका पांडेय, अंबा प्रसाद, उमाशंकर अकेला, नमन विक्सल कोंगाड़ी, इरफान अंसारी, ममता देवी, ममता देवी, अनूप सिंह, कालीचरण दिल्ली जा चुके हैं.
सब लगा रहे हैं अपना-अपना जोर
पार्टी के कुछ नेता-विधायक अलग-अलग बैठक कर अपनी ताकत का अहसास कराने में लगे हुए हैं. बैठकों का दौर जारी है. विधायक दीपिका पांडेय पार्टी फोरम में बात रखने के बहाने केंद्रीय नेताओं के समक्ष अपना सिक्का जमाने में लगी हुई है. ये अलग बात है कि पार्टी उनकी कद को बढ़ाया है. पार्टी ने उन्हें उत्तराखंड का प्रभारी बनाया है लेकिन, बोर्ड निगम में पद पाने की होड़ में सबसे आगे दिख रही है. लगातार बड़े नेताओं से मिल रही हैं.
आउटरीच प्रोग्राम से आउट दिख रहे हैं नेता
प्रदेश कांग्रेस की तरफ पूरे राज्य में आउटरीच प्रोग्राम चलाया जा रहा है. इसके जरिये कोरोना प्रभावित परिवारों, लोगों के बारे में रिपोर्ट तैयार की जा रही है. नेता-कार्यकर्ता घर-घर जाकर इस काम में अपनी भूमिका निभा रहे हैं. पार्टी के विधायकों,वरीय नेताओं को भी ड्यूटी पर लगाया गया है पर इन सबके बीच पार्टी के कई दिग्गज नेता, सिपहसलार दिल्ली दरबार में ज्यादा रूचि दिखा रहे हैं. प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश के बावजूद प्रदेश कांग्रेस की पूरी टीम अपना शत-प्रतिशत आउटरीच प्रोग्राम में नहीं दिखा पा रही है.
रिपोर्ट – वैभव