यूपीएससी सिविल परीक्षा में सफल हुए प्रदीप सिंह ने कहा मैंने जितना संघर्ष किया है, उससे ज्यादा संघर्ष मेरे माता-पिता ने किया

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By PR Desk

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आज 4 अगस्त 2020 को जारी सिविल सेवा परीक्षा 2019 के परिणामों के अनुसार प्रदीप सिंह ने 2019 की सिविल सेवा परीक्षा में पहला स्थान प्राप्त किया है। वही, जतिन किशोर ने दूसरा और प्रतिभा वर्मा ने तीसरा, हिमांशु जैन ने चौथा स्थान और जेदेव सी.एस को पांचवां स्थान प्राप्त हुआ है। इस प्रकार, प्रतिभा वर्मा ने महिला उम्मीदवारों की लिस्ट में पहला स्थान प्राप्त किया है। यूपीएससी ने वर्ष 2019 की सिविल सेवा परीक्षा में सफल उम्मीदवारों की लिस्ट अपने ऑफिशियल वेबसाइट, upsc.gov.in पर जारी की।

यूपीएससी का रिजल्ट मंगलवार को घोषित कर दिया गया। देश की टॉप परीक्षाओं में से एक इस परीक्षा में प्रदीप सिंह ने ऑल इंडिया रैंक वन हासिल की है। इसी लिस्ट में 26 वें स्थान पर भी एक नाम प्रदीप सिंह का है। आईआरएस अफसर के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे इस प्रदीप सिंह ने भी अपने पिता और परिवार का मान बढ़ाया है। आइए जानते हैं प्रदीप सिंह के संघर्ष और सफल होने की कहानी।

प्रदीप के पिता ने कहा था कि “मैं इंदौर में एक पेट्रोल पंप पर काम करता हूं। मैं हमेशा अपने बच्चों को शिक्षित करना चाहता था ताकि वे जीवन में अच्छा कर सकें। प्रदीप ने बताया कि वह यूपीएससी की परीक्षा देना चाहते हैं, मेरे पास पैसे की कमी थी। ऐसे में मैंने अपने बेटे की पढ़ाई की खातिर अपना घर बेच दिया। उस दौरान मेरे परिवार को काफी संघर्ष करना पड़ा था। लेकिन आज मैं बेटे की सफलता से खुश हूं।”

प्रदीप सिंह ने CSE 2018 में ऑल इंडिया रैंक AIR 93 हासिल की थी। 22 साल के प्रदीप ने पहले ही प्रयास में ये परीक्षा पास की थी। पास होने के बाद प्रदीप ने एक इंटरव्यू में कहा था कि मैंने जितना संघर्ष अपने जीवन में किया है, उससे कहीं ज्यादा संघर्ष मेरे माता-पिता ने किया है।

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