NEWSPR डेस्क। करीब तीन सालों बाद लालू प्रसाद यादव पटना पहुंचे। उन्हे लेने के लिये उनके दोनों बेटे तेजस्वी और तेजप्रताप पहुंचे थे। पटना पहुंचते ही दोनों ने एयरपोर्ट पर लालू प्रसाद का स्वागत किया। उन तस्वीरों को देखकर ऐसा लग रहा था मानों लालू परिवार में फिर से एकता हो गई है। दोनों भाईयों के बीच सुलह हो गयी है। परिवार में एकता की खुशी महज चंद लमहों के लिये ही रहा। तेजप्रताप यादव ने अब बगावत शुरू कर दी है। उन्होंने एक टीवी चैनल को यहां तक कह दिया कि अब उनका राजद से कोई वास्ता नहीं रहेगा। वो जल्द ही बड़ा फैसला लेंगे।
दरअसल जब लालू प्रसाद की गाड़ी के पीछे-पीछे उनकी गाड़ी राबड़ी आवास पर पहुंची, तो उन्हे गेट पर ही रोक दिया गया। उन्हे घर में जाने की इजाजत नहीं मिली। इससे वो आग बबूला हो गये। तेज प्रताप ने यहां तक कह दिया है कि राजद में कुछ लफंगे भर गए हैं, जो उन्हें पार्टी में पीछे कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब जब तक जगदानंद सिंह जैसे लोग पार्टी में हैं, मेरा राजद से कोई वास्ता नहीं है। मैं जल्द ही बड़ा फैसला लेने जा रहा हूं। तेजप्रताप यादव ने कहा कि वो पिताजी के स्वागत में देश भर से अपनी छात्र जनशक्ति परिषद् के युवा कार्यकर्ताओं को बुलाया था। उन्होंने पटना एयरपोर्ट पर लालू जी का जोरदार स्वागत भी किया। लेकिन फिर हमको धक्का देकर पिताजी को हमसे दूर कर दिया गया। ऐसे में बिहार भर के हमारे युवा कार्यकर्ता पार्टी से नाराज हो जाएंगे। यह पार्टी के लिए काफी बुरा होगा।
तेज प्रताप यादव ने तीन लोगों का नाम लिया। इन्हें ही उनकी पार्टी से दूरी का जिम्मेदार बताया। तेज प्रताप यादव ने कहा कि एयरपोर्ट पर जगदानंद सिंह, सुनील सिंह और संजय यादव जैसे लोग मौजूद थे। इन सभी की वजह से मुझे पार्टी में दूर किया जा रहा है। राजद में संघी मानसिकता के लोग आ गए हैं। ये लोग मिलकर पार्टी को अंदर ही अंदर खत्म कर रहे हैं। मुझे अब इस पार्टी से कोई मतलब नहीं है। मुझे बस अपने पिताजी से मतलब है। आपको बता दें कि तेज प्रताप यादव ने आज अपने सरकारी आवास पर पिता के स्वागत के लिए सजावट कराई थी। उन्होंने दरवाजे पर Welcome My Father’ लिखवाया। खुद पटना एयरपोर्ट भी पहुंचे थे।