पटनाः जदयू के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) व राज्यसभा में दल के नेता आरसीपी सिंह ने रविवार को गूगल मीट एवं फेसबुक लाइव के माध्यम से जदयू व्यावसायिक प्रकोष्ठ से संवाद किया। प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मूलचंद गोलछा की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में पूर्व विधानपार्षद एवं जदयू व्यावसायिक प्रकोष्ठ के संयोजक ललन सर्राफ, प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष कमल नोपानी एवं जदयू मीडिया सेल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमरदीप मौजूद रहे।
इस मौके पर अपने संबोधन में आरसीपी सिंह ने कहा कि हमलोगों को गर्व होना चाहिए हमारे नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न केवल बिहार को इन्फ्रास्ट्रक्चर दिया, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली जैसी बुनियादी चीजों पर काम किया, न्याय के साथ विकास को जमीन पर उतारा, बल्कि बिहार का शानदार वित्तीय प्रबंधन भी किया। इसी की बदौलत बिहार 2008-09 से रेवेन्यू सरप्लस स्टेट है। 2005 में जिस बिहार का बजट मात्र 23 हजार 885 करोड़ था, आज उसी बिहार का बजट दो लाख 11 हजार 777 करोड़ है। 2005 तक जिस बिहार की प्रति व्यक्ति आज मात्र 7900 रुपये थी आज उसी बिहार की प्रति व्यक्ति आय 43822 रुपए है। 2020-21 में आपकी सरकार ने 14 लाख 35 हजार करोड़ खर्च करने की व्यवस्था की है। इन सारी चीजों का प्रत्यक्ष लाभ व्यवसायियों को मिल रहा है।
आरसीपी सिंह ने कहा कि व्यापार के लिए जरूरत होती है अच्छी कनेक्टिविटी की। पिछले 15 वर्षों में नीतीश कुमार ने पूरा का पूरा परिदृश्य ही बदलकर रख दिया। 2005 में पटना से गिनी-चुनी फ्लाइटें थीं, आज प्रति दिन 57 फ्लाइटें हैं। गया से इंटरनेशनल फ्लाइट की सुविधा है। दरभंगा और पूर्णिया से भी शीघ्र ही फ्लाइट शुरू होने वाली है। रेलवे की बात करें तो पहले रेलवे के 9 जोन थे, नीतीश कुमार ने रेल मंत्री रहते एक बार में 7 नए जोन बना दिए, जिनमें हाजीपुर भी एक है। पटना स्टेशन पर आज 10 प्लेटफॉर्म हैं, राजेन्द्र नगर और पाटलीपुत्रा के दो नए स्टेशन हैं। ये उन्हीं के प्रयासों की बदौलत है। पुलों की बात करें तो सिर्फ गंगा नदी पर दस से ज्यादा नए पुल बने। सड़कों का तो उन्होंने जाल ही बिछा दिया। आप बिहार के किसी भी कोने से पटना छह घंटे से कम समय में पहुंच सकते हैं और अब इसे पांच घंटे करने का लक्ष्य है। इन सारी चीजों से व्यापार में वृद्धि हुई है।
आरसीपी सिंह ने कहा कि व्यापार के लिए कनेक्टिविटी के साथ ही अच्छा माहौल चाहिए जो कि आपके नेता ने कानून का राज स्थापित कर दिया। आज बिहार में किसी की औकात नहीं कि फिरौती के लिए किसी का अपहरण कर ले और आपसे हफ्ता या रंगदारी मांगे। पति-पत्नी राज में ये आम बात थी। उन्होंने कहा कि जरा सोचकर देखिए कि आईपीसी की धारा वही है, पुलिस वही है, बस नेतृत्वकर्ता के बदल जाने से कितना बड़ा फर्क आ गया। कनेक्टिविटी से लेकर कानून व्यवस्था तक आपके नेता ने काम किया और संसाधन भी मुहैया कराए। बिहार धन-धान्य से परिपूर्ण हो और हर तरह से खुशहाल बने, हमेशा उनकी यही कोशिश रही।आरसीपी सिंह ने व्यवसायियों से कहा वे सिर्फ ट्रेडिंग पर नहीं मैन्यूफैक्चरिंग पर भी ध्यान दें। जो सामान बाहर से लेते हैं उसे यहीं बनाने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि बिहार में 12 करोड़ लोगों का बाजार है, शानदार सरकार और बेजोड़ नेतृत्व है, आपको जो मदद चाहिए वो मिलेगी। एक बार हिम्मत तो करें। आपकी कोशिशों से बिहार आत्मनिर्भर बनेगा। उन्होंने कहा कि जिनके पास संसाधन है वो शिक्षण संस्थानों को खोलने के लिए भी आगे आएं ताकि राज्य को शिक्षा के क्षेत्र में और बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर मिले। इसके साथ ही उन्होंने रेडिमेड गारमेंट्स के क्षेत्र भी अपार संभावनाओं की ओर ध्यान देने की बात कही।