रक्सौल (बिहार):
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर गुरुवार को रक्सौल प्रमंडल कार्यालय में एक अहम समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता विद्युत कार्यपालक अभियंता अजय कुमार ने की। इस दौरान योजना से जुड़े तकनीकी, वित्तीय और व्यावहारिक पहलुओं पर गहराई से चर्चा हुई।
बिजली बिल में कटौती और आमदनी का सुनहरा अवसर
कार्यपालक अभियंता अजय कुमार ने बैठक में बताया कि यह योजना घरेलू उपभोक्ताओं को रूफटॉप सोलर सिस्टम के माध्यम से बिजली उत्पादन की सुविधा प्रदान करेगी। इससे न केवल उनके बिजली बिलों में उल्लेखनीय बचत होगी, बल्कि अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेचकर आमदनी का भी रास्ता खुलेगा।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत भारत में 30 गीगावाट की सौर क्षमता विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है, जो आम नागरिकों को सौर ऊर्जा से जोड़ने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है।
पर्यावरण को मिलेगा बड़ा लाभ
इस योजना के माध्यम से अगले 25 वर्षों में लगभग 720 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड के बराबर उत्सर्जन में कमी आने की संभावना है। इससे कार्बन फूटप्रिंट घटेगा और पर्यावरण संरक्षण को बल मिलेगा।
बैठक में अधिकारी भी रहे मौजूद
बैठक में सहायक विद्युत अभियंता सुनील रंजन, लेखा पदाधिकारी अनुज कुमार, सूचना एवं प्रौद्योगिकी प्रबंधक आशीष आनंद, और मेगा केलिवर से संजय कुमार सहित अन्य तकनीकी एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। सभी ने योजना को जमीनी स्तर पर सफल बनाने के लिए पूर्ण सहयोग और संकल्प दोहराया।