आरआईएनएल ने दिव्यांगजन को सशक्त बनाने और उन्हें आजीविका प्राप्त करने में सहायता करने के उद्देश्य से विशाखापत्तनम में 100 लाभार्थियों को कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान किया। अपनी कारपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी पहल के एक हिस्से के तहत आरआईएनएल ने जन शिक्षण संस्थान (कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के तहत) के सहयोग से प्रशिक्षुओं को आवश्यक कौशल प्रदान करने के लिए 4.95 लाख रुपये व्यय किए।
इस बेहतरीन प्रयास के एक हिस्से के तहत 100 दिव्यांगजनों को 3 प्रशिक्षण केंद्रों- सुजातानगर स्थित श्रेया फाउंडेशन, पेडावाल्टेयर स्थित सनफ्लॉवर स्पेशल स्कूल और विशाखापत्तनम के एमवीपी कॉलोनी स्थित लेबेनशिल्फ में प्रशिक्षित किया गया। बीते मंगलवार को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल समापन पर प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।
आरआईएनएल के महाप्रबंधक (सीएसआर) ए अशोक और कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के अन्य अधिकारियों ने इन प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए।
लाभार्थियों के लिए इसे सुविधाजनक बनाने को लेकर आरआईएनएल प्रबंधन ने अपने संबंधित डे केयर प्रशिक्षण केंद्रों में जेएसएस (जन शिक्षण संस्थान) के विशेष प्रशिक्षकों के माध्यम से सिलाई करने व अगरबत्ती, मोमबत्ती, फिनाइल और डिटर्जेंट बनाने जैसी घरेलू जरूरतों को पूरा करने जैसे विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षण प्रदान किया। इसके तहत सिलाई प्रशिक्षण की अवधि 3 महीने और घर की जरूरतों को पूरा करने के प्रशिक्षण की अवधि 2 महीने की थी।