NEWSPR डेस्क। मंडल कारा आरा में गांगी मोहल्ला निवासी हत्याकांड के आरोपी एक कैदी की मौत के बाद शाम में सदर अस्पताल में परिजनों ने हंगामा किया। परिजन जेल प्रशासन पर हत्या का आरोप लगा रहे है। इस दौरान परिजनों ने सदर अस्पताल में जमकर हंगामा किया।
परिजनों ने जेल प्रशासन के लोगों को पीटा : परिजन जब सदर अस्पताल पहुंचे तो जेल प्रशासन कैदी के डेड बॉडी को छोड़कर भागने लगा। इस दौरान परिजनों ने सादे लिबास में पुलिस की पिटाई भी कर दी। इसके बाद मामला और गर्म हो गया। इस स्थिति को देखते हुए टाउन थाना व नवादा थाना की पुलिस सदर अस्पताल पहुंची। हालात नहीं संभालने पर एसपी हिमांशु भी सदर अस्पताल पहुंची इसके बाद किसी तरह परिजनों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया गया। अस्पताल में काफी संख्या में पुलिस-बल तैनात किया गया है।
जेल प्रशासन पर लापरवाही के आरोप : मृतक रामप्रवेश पासवान, गौसगंज निवासी स्व मेवालाल पासवान का पुत्र था। घटना के संबंध में मृतक के परिजन सर्वजीत पासवान ने बताया कि जेल प्रशासन की लापरवाही के कारण मेरे पिताजी की मौत हुई है। इसका सारा जिम्मेदार जेल प्रशासन को है। जब डेड बॉडी सदर अस्पताल में लाया गया। तो हमें सूचना भी नहीं दी गई। हम लोग को किसी तरह सूचना मिली तो हम लोग सदर अस्पताल पहुंचे जेल प्रशासन शव छोड़कर भागने लगा। किसी भी पर पुलिसकर्मी से पूछने पर कुछ नहीं बताया गया। काफी देर के बाद पुलिस के समझाने के बाद परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने को राजी हुए। इसके बाद देर रात में शव का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया।
पोस्टमार्टम के लिये बनी 3 सदस्यीय कमेटी : कैदी के शव के स्टमार्टम के लिए 3 सदस्य कमेटी का गठन किया गया है। डॉ राजीव सिंह, डॉ महावीर प्रसाद, डॉ अमन है। शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए मजिस्ट्रेट की भी नियुक्ति की गई है जिसमें आरा के सीओ है। इसके अलावा वीडियो ग्राफी भी कराई गई है।
मामले को लेकर जेलर सरवर इमाम ने ये कहा : इस मामले में जेलर सरवर इमाम ने कहा कि गुरुवार की दोपहर 4 बजे अचानक विचाराधीन कैदी रामप्रवेश पासवान की तबीयत खराब हुई। जबतक हम लोग सदर अस्पताल लेकर पहुंचे तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। जेल प्रशासन पर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है।
हत्याकांड का मुख्य आरोपी था मृतक कैदी : टाउन थाना क्षेत्र के गौसगंज इलाके में एक युवक की हत्या हुई थी। जिसमें रामप्रवेश राम हत्याकांड का मुख्य आरोपी था हत्याकांड में फरार चल रहे रामप्रवेश राम 18 सितंबर 2020 को कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया इसके बाद उसे जेल हो गई। अब भी उस पर हत्या का केस चल रहा है।
मौत की खबर सुनते ही रोने-बिलखने लगे परिजन : रामप्रवेश पासवान की मौत की खबर जैसे ही परिजनों को मिली घर में मातम छा गया परिजनों रोने बिलखने लगे। मृतक के परिवार में पुत्र था। जिसमें से एक पुत्र प्रदीप पासवान की मौत कुछ माह पहले हो गई थी। मृतक के फ़िलहाल दो पुत्र सर्वजीत पासवान, अमरजीत पासवान है। मृतक के परिजनों को स्वजनों ने किसी तरह सांत्वना देकर समझाया और मामला शांत करवाया।
SP बोले, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है : मामले में आरा के एसपी हिमांशु ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। पोस्टमार्टम के लिए 3 सदस्य एक टीम का एक गठन किया गया है। जिसके रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। जहां तक पुलिस पर हमला किया गया है उसकी जांच की जा रही है। जो भी दोषी होंगे उस पर कार्रवाई की जाएगी।
आरा से आकाश कुमार की रिपोर्ट…