सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती आज, जे डी यू- ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने दी श्रद्धांजलि, जानें लौहपुरुष के बारे में खास बातें

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। आधुनिक भारत के निर्माता भारतरत्न लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती पर जे डी यू- ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने उन्हे नमन कर श्रद्धांजलि दी। उनके स्मरण में मनाए जाने वाले राष्ट्रीय एकता दिवस की शुभकामनाएं भी दी। संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि राष्ट्र की एकता-अखंडता को अक्षुण्ण बनाये रखने व देश के एकीकरण उनका योगदान अविस्मरणीय व पीढ़ियों तक के लिए प्रेरणादायी है।

देश का आधार होता है एकता और अखंडता और सरदार पटेल भारत की एकता के सूत्रधार थे। इसी कारण उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के तौर पर मनाया जाता है। सरदार पटेल ने देश की आजादी और उसके बाद देश को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई थी। सरदार पटेल आजादी के बाद देश के पहले उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री थे। वल्‍लभ भाई पटेल का जन्‍म 31 अक्‍टूबर, 1875 को गुजरात के नडियाद जिले में हुआ था। आज उनकी 146वीं जयंती है। सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी ने इस दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी।

– सरदार पटेल के योगदान को देशवासियों को हमेशा याद दिलाने के लिए 2014 में भारत सरकार ने सरदार वल्लभ भाई की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के नाम से मनाने की घोषणा की। महात्मा गांधी ने सरदार पटेल को लौह पुरुष की उपाधि दी थी। इसके साथ ही बारडोली सत्याग्रह आंदोलन के सफल होने के बाद वहां की महिलाओं ने वल्लभभाई पटेल को ‘सरदार’की उपाधि दी थी।

– स्वतंत्रता आंदोलन में सरदार पटेल का पहला और बड़ा योगदान 1918 में खेड़ा संघर्ष में था। उन्होंने 1928 में हुए बारदोली सत्याग्रह में किसान आंदोलन का सफल नेतृत्त्व भी किया।

– लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के पहले उपप्रधानमंत्री और गृहमंत्री थे।

– गुजरात में नर्मदा के सरदार सरोवर बांध के सामने सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर (597 फीट) ऊंची लौह प्रतिमा (स्टैचू ऑफ यूनिटी) का निर्माण किया गया। यह विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है। इसे 31 अक्टूबर 2018 को देश को समर्पित किया गया। अमेरिका की स्टेचू ऑफ लिबर्टी की ऊंचाई केवल 93 मीटर है।

– सरदार पटेल जी का निधन 15 दिसंबर, 1950 को मुंबई में हुआ था। सन 1991 में सरदार पटेल को मरणोपरान्त ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया था।

 

 

 

 

Share This Article