राजू वर्मा, बाघमारा
बाघमारा: कॉमर्शियल माइनिंग, एफडीआई, कोल ब्लॉक नीलामी सहित कई मांगो को लेकर कोयला मजदूर संगठनों द्वारा कोल इंडिया चक्का जाम का शुक्रवार को दूसरा दिन रहा। बाघमारा अंतर्गत बीसीसीएल के सभी कोयला खदानों में सन्नाटा पसरा रहा।
कोलियरी कार्यालयों में मजदूर संगठनों के प्रतिनिधि इकट्ठे होकर संयुक्त रूप से केंद्रीय कोयला मंत्रालय के खिलाफ़ प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराते दिखे। बहरहाल कोल इंडिया के इस चक्का जाम आंदोलन से कम्पनी को कितना नुकसान पहुंचा है, यह कहना अभी जल्दबाजी होगी। अब यह देखना होगा कि आनेवाले दिनों में केंद्र सरकार के इन फरमानों पर कोई विचार किया जाएगा या फिर मजदूर यूनियनों द्वारा मिल रही चेतावनी के अनुसार भविष्य में चक्का जाम अनिश्चितकाल के लिये होगा।