NEWSPR डेस्क। आज शारदीय नवरात्र का दूसरा दिन है। और इसदिन मां दुर्गा के स्वरूप ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना की जाती है। जेडीयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना की। लोगों को नवरात्र के दूसरे दिन की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। आपको बता दें दूसरे दिन मां के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की उपासना की जाती है। इनको ज्ञान, तपस्या और वैराग्य की देवी माना जाता है। कठोर साधना और ब्रह्म में लीन रहने के कारण इनको ब्रह्मचारिणी कहा गया है। विद्यार्थी और तपस्वियों के लिये इनकी पूजा बहुत ही शुभ फलदायी होती है।
मां ब्रह्मचारिणी के नाम में ही उनकी शक्तियों की महिमा का वर्णन मिलता है। ब्रह्म का अर्थ होता है तपस्या और चारिणी का अर्थ होता आचरण करनेवाली। मां ब्रह्मचारिणी सृष्टि में ऊर्जा का प्रवाह, कार्यकुशलता और आतंरिक शक्ति में विस्तार की जननी हैं। ब्रह्मचारिणी इस लोग के समस्त चर और अचर जगत की विद्याओं की ज्ञाता हैं। इनका स्वरूप श्वेत वस्त्र में लिपटी हुई कन्या के रूप में है, जिनके हाथ में अष्टदल की माला, और दूसरे में कमंडल है। यह अक्षयमाला और कमंडल धारिणी ब्रह्मचारिणी नामक दुर्गा शास्त्रों के ज्ञान और निगमागम तंत्र-मंत्र आदि से संयुक्त हैं। भक्तों को यह अपनी सर्वज्ञ संपन्न विद्या देकर विजयी बनाती हैं। ब्रह्मचारिणी का स्वरूप बहुत ही सादा और भव्य है। अन्य देवियों की तुलना में वह अतिसौम्य, क्रोध रहित और तुरंद वरदान देनेवाली देवी हैं।