शिवराज सिंह चौहान ने पूर्वी चंपारण से किया ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ का शुभारंभ, वैज्ञानिक खेती को बताया भविष्य का रास्ता

Patna Desk

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के पीपराकोठी में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने “विकसित कृषि संकल्प अभियान” की अहमियत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस राष्ट्रव्यापी पहल का उद्देश्य भारतीय कृषि को तकनीकी और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सशक्त बनाना है।

मंत्री चौहान ने बताया कि इस अभियान के तहत किसानों को खरीफ फसलों की उन्नत किस्मों, नई कृषि तकनीकों और आधुनिक संसाधनों के बारे में जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि समय पर बुवाई, प्रमाणित बीजों का उपयोग, बीजोपचार और मिट्टी की गुणवत्ता की जांच जैसी वैज्ञानिक विधियों को अपनाकर किसान अपनी उपज और आय दोनों को बढ़ा सकते हैं।

इसके साथ ही उन्होंने जल संरक्षण को ध्यान में रखते हुए फव्वारा और ड्रिप सिंचाई प्रणाली को प्रोत्साहित करने की बात कही। चौहान ने यह भी बताया कि प्राकृतिक खेती को इस अभियान में विशेष प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे खेती को टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल बनाया जा सके।

कार्यक्रम में उन्होंने चंपारण के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए इसे “सत्याग्रह की जननी” कहा। साथ ही पूर्व कृषि मंत्री और स्थानीय सांसद राधामोहन सिंह की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चलते हुए किसानों के हित में कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किए गए इन प्रयासों को उन्होंने किसानों की भलाई के लिए एक मील का पत्थर बताया।

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