कोरोना चेन को तोड़ने के लिए राज्य सरकार ने राज्य में बुधवार 5 मई से 10 दिनों के संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की है। इस समय हर चीज़ो पर पाबंदिया लगाई गईं हैं। अब ऐसे में कुछ समाजसेवी जो अस्पतालों में मरीज़ो और उनके परिवारों के लिए खाना पहुंचाते हैं उनकी भी दिक्कतें बढ़ गयीं हैं।
समाजसेवी पंकज रंजन का कहना है की संपूर्ण लॉकडाउन की वजह से खाना बनाने के लिए कारीगर नहीं मिल रहे और न ही राशन की सामग्री मिल रही है। लॉकडाउन लगने से पहले एक दिन में तकरीबन 5000 लोगों का खाना बनता था अब 3000 लोगों का खाना भी ठीक से नहीं बन पा रहा। पंकज रंजन जी के द्वारा शुरू की गयी इस पहल को कई बिज़नेस मैन और डॉक्टर्स का सपोर्ट मिल रहा है। पर लॉक डाउन लगने की वजह से बाधाएं आ रहीं हैं।