NEWSPR/DESK : उदयपुर के प्रतापगढ़ अरनोद थाना क्षेत्र से एक अजीबो- गरीब मामला सामने आया है। यहां पति ने पत्नी को अवैध संबंध के शक में 3 महीने तक जंजीर से बांध के रखा। पति ने पत्नी को 30 किलो के जंजीर से बांधकर कच्ची टापरी में कैद कर रखा । दरअसल महिला अपनी मां की देखभाल करने अपने मायके जाती थी। उसका पति उसके चरित्र पर शक करता था। मामले में महिला का बड़ा बेटा और तीन चचेरे देवर भी शामिल हैं। महिला को तीन महीने से प्रताड़ित किया जा रहा था। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही महिला को आजाद करा दिया है।
कच्ची टापरी में बांधकर रखा था महिला को
पुलिस अधिकारी रविंद्र सिंह ने बताया कि बीट कांस्टेबल नेमीचंद को सूचना मिली थी कि भैरुलाल नामक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को तीन महीने से लोहे की जंजीर से एक कच्ची टापरी में बांध रखा है। भैरुलाल महिला को प्रताड़ित कर रहा है। कांस्टेबल नेमीचंद भैरुलाल के घर पर पहुंचा तो देखा महिला को लोहे की जंजीर से बंधी है। मंगलवार को थानाधिकारी रविंद्र सिंह पहुंचे और महिला जीवा बाई को आजाद कराया |
पति की करतूत में बेटे ने दिया था साथ
जीवाबाई ने बताया कि होली के दो तीन दिन बाद भैरूलाल, बड़ा बेटा राजू और तीन चचेरा देवर ने मिलकर 30 किलो के जीर से बांध दिया। जंजीर से बंधी रहने के कारण जीवा शारीरिक और मानसिक रूप से थकी थी। जीवा ने बताया कि उसे रात भर नींद नहीं आती थी। पुलिस ने पांचों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। इलाके में जिस भी व्यक्ति ने इस अमानवीय घटना के बारे में सुना वो सकते में आ गया।
महिला को मायके में भी पीटता था पति
जीवा ने बताया कि उसकी मां अकेली रहती है। बूढ़ी की देखभाल के लिए वहां जाती थी। पति उसके चरित्र पर शक करता था और मायके आकर मारपीट करता था। जीवा के दो बेटे हैं जिनकी शादी हो चुकी है। कांस्टेबल नेमीचंद ने मामला दर्ज कराते हुए बताया कि महिला तीन महीने से बंद थी। लोगों ने आपसी दुश्मनी के डर से पुलिस को सूचना नहीं दी। पुलिस ने बताया कि आरोपी अजमल चाबी अपने साथ लेकर चला गया था।
महिला को जंजीर में बांधकर चला गया था
मंगलवार दोपहर 3.30 बजे पुलिस पहुंची तो अभियुक्त अजमल को फोन कर चाबी के साथ थाने में आने को कहा। 4 बजे पुलिस महिला को लेकर थाना आई। 4.15 में अजमल ने आकर महिला की जंजीर खोली। जंजीर से बंधे होने के कारण जीवा के बाएं पैर में सूजन है। पुलिस ने महिला को आजाद कर दिाय है।