NEWSPR डेस्क। कोरोना की दूसरी लहर देश में जमकर तबाही मचा रही है। देश में लगातार कोरोना संक्रमण फैल रहा है और रोजाना नए मामले सामने आ रहे हैं। देश में फैले अंधविश्वास और कोरोना के डर से लोग गलत कदम उठा रहे हैं। इससे स्थिति और भी भयंकर होती जा रही है।
सोशल मीडिया पर एक बच्चे का लगातार वीडियो वायरल हो रहा है:
एक बच्चे ने अपने पिता से बोला- पापा अच्छे से ऑफिस जाना, मास्क लगाकर रखना सैनिटाइजर हमेशा इस्तेमाल करते रहना लोगों से दूरियां बनाए रखना एक बेटे ने अपने पिता को यह सलाह दिया पिता ने भी मुस्कुराते हुए अपने से कहा- बेटा मैं पुलिस वाला हूँ और तुम्हारे अलावा एक परिवार हमारा बाहर भी है जिसकी सुरक्षा करना हमारा कर्तव्य है. मां है ना तुम्हारी ख्याल रखेगी।
बेटा मां भी तो ड्यूटी पर चली जाती है पापा:
मां ने बोला बेटा मैं एक डॉक्टर हूं मेरा भी कर्तव्य है मरीजों का देखभाल करना अगर मैं ही डर जाऊंगी तो मरीजों का क्या हाल होगा इस दुख की घड़ी में मरीजों का साथ देना ही हमारी पहली कर्तव्य है. यह सुनकर बच्चे रोने लगे और कहने लगे अच्छे से जाना और अच्छे से आना मां और पिता दोनों जान रहे थे कि कोरोना से जंग लड़ना है तो परिवार को भुलाना होगा बेटे की बात सुनकर माता और पिता दोनों अपने ड्यूटी पर निकल गए. कुछ दिनों बाद पिता अपने कर्तव्य का पालन करते हुए शहीद हो गए. दिन रात सड़क पर ड्यूटी करते हुए आखिरकार उनको कोरोना ने जकड़ लिया और उनकी मृत्यु हो गई. पूरे परिवार सदमा में चला गया तब भी माँ ने हिम्मत नहीं हारी और अपने बेटे को कहा पापा मरे नहीं हैं हम सबके बीच है पापा अपने कर्तव्य को पालन करते हुए शहीद हो गए हैं यह सुनकर बेटा मां के गले लगते हुए रोने लगा.
रामकृष्णा नगर की कहानी आपको याद होगी:
अगर बात कर ली जाए राम कृष्णा नगर की घटना को तो 8 साल के मासूम बच्ची करीब 16 घंटे तक अपने पिता को उठाती रही लेकिन पिता नहीं उठे उनकी मृत्यु हो चुकी थी और लगातार बच्चे भूख का बहाना बनाकर अपने पिता को उठाते रहे लेकिन उनके पिता कैसे उठते हैं वह तो भगवान के पास चले गए थे.
बिहार में भयानक स्थिति बनते जा रही है:
बिहार में लगातार कोरोना का दूसरा लहार जारी है इस बीच पटना के कई अस्पतालों में मरीजों को बेड तक नसीब नहीं हो रहा है ऑक्सीजन तक मरीजों को नहीं मिल रहा है ऐसी स्थिति में पटना में भयावक स्थिति बनते जा रहा है आपको बता दें कि लगातार बिहार में कोरोना दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रही है सरकारी कर्मचारी हो या पुलिसकर्मी या डॉक्टर सभी अपने कर्तव्य का पालन कर रहे हैं अपने परिवार को भूलकर जिसमें कई पुलिसकर्मी की मौत भी हो चुकी है ड्यूटी करते हुए कई डॉक्टरों को भी कोरोना ने जान ले ली है. ऐसी स्थिति में जिन पर छोटे-छोटे बच्चे हैं उनका क्या होगा?
फतुहा में एक मामला सामने आया है:
फतुहा स्थित गोविंदपुर में एक महिला डॉक्टर थी उनके पति की मौत पहले ही हो चुकी थी उनके छोटे-छोटे दो बच्चे हैं. मां अपनी ड्यूटी करते हुए कोरोना के चपेट में आ गई और उनकी मृत्यु हो गई जब उनके बच्चे अपने पड़ोस के सामने रो-रो कर आप बीती सुना रही थी सुनने वाले लोगों कि आंखें नम हो गई और उन्होंने बच्चे को गला लगाकर कहां हम लोग हैं ना दो छोटे बच्चे ने कहा हम लोग को कौन देखेगा हमलोग पढ़ाई लिखाई कैसे करेंगे आखिरकार दोनों बच्चे के ऊपर से मां का ममता का साया उठ चुका था,
बिहार के कई जिलों से यह भी खबर सामने आ रही है कि घर में कमाने वाले एक सदस्य की अगर कोरोना से मौत होती है तो उनका पूरा परिवार सड़क पर आ जाते हैं भूख और लाचारी इस कोरोना की लहर में सबको बेघर कर दिया है और जब लोग अपनी आपबीती सुनाते हैं तो आंखें नम हो जाती हैं.
NEWSPR की अपील:
NEWSPR बिहार के जनता से अपील करती हैं घर में रहे सुरक्षित रहे अगर एमर्जेन्सी हो तो ही अपने घर से निकले और मास्क सैनिटाइजर का प्रयोग हमेशा करते रहे और लोगों से दूरियां बनाए रखें अगर कोरोना से जंग जीतना है तो हम लोग को यह गाइडलाइन का पालन करना होगा.