NEWSPR डेस्क। गणित को नया आवाम देने वाले महान गणितज्ञ रामानुजन श्रीनिवास की आज पुण्यतिथि है। इसे लेकर जदयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने उनको नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी है। इसके साथ ही कहा कि देश आज भी महान गणितज्ञ रामानुजन श्रीनिवास को याद करता है। उनका योगदान अविस्मरणीय है।
बता दें कि 26 अप्रैल 1920 को बीमारी से उनका निधन हो गया था। श्रीनिवास अयंगर रामानुजन आज भी दुनिया भर के गणितज्ञों के लिए एक प्रेरणा हैं। रामानुजन स्व-शिक्षित थे, उनका जीवन भले ही छोटा था लेकिन उन्होंने बहुत ही उत्पादक जीवन जिया और उनके काम ने आने वाले कई सालों में बहुत सारे शोध को प्रेरित किया। उनका जन्म 22 दिसंबर, 1887 को तमिलनाडु के इरोड शहर में हुआ था। 13 साल की उम्र में, उन्होंने अपने स्वयं के परिष्कृत प्रमेयों पर काम करना शुरू कर दिया था।
रामानुजन ने जटिल गणित की समस्याओं को हल करने में अपने अंतर्ज्ञान का पालन किया और क्षेत्र में उनके अपार योगदान की मान्यता में उनके नाम पर एक प्राइम नंबर रखा गया। वहीं रामानुजन को सख्त ब्राह्मण खाना थखाने की आदत थी। जिसके कारण जब वह इंग्लैंड गए। वहां उनका स्वास्थ्य खराब होने लगा और प्रथम विश्व युद्ध समाप्त होने के बाद, वे 1919 में भारत लौट आए। लेकिन उनकी बीमारी फिर लौट आई और 26 अप्रैल, 1920 को उनकी मृत्यु हो गई।