बिहार विधानसभा चुनाव से पहले अपराधियों पर सख्ती, सीसीए के तहत एक साल तक नहीं मिलेगी जमानत

Jyoti Sinha

बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रशासन ने अपराध पर लगाम कसने के लिए बड़ी तैयारी शुरू कर दी है। **पटना पुलिस ने अपराधियों पर सख्त रुख अपनाते हुए स्पष्ट किया है कि जेल में बंद ऐसे अपराधियों पर, जिनके खिलाफ सीसीए (क्राइम कंट्रोल एक्ट) लागू होगा, वे एक साल तक जमानत नहीं ले सकेंगे

जेल से बाहर आने पर नजर, हाजिरी होगी अनिवार्य

जिन अपराधियों की सजा पूरी हो चुकी है और वे जेल से बाहर आने वाले हैं, उन पर सीसीए लगाया जाएगा ताकि या तो उन्हें जिला बदर किया जा सके, या फिर उन्हें नियमित तौर पर थाने में हाजिरी देने के लिए बाध्य किया जाए। इस संबंध में पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने सभी थानाध्यक्षों को निर्देश जारी किया है।

अपराधियों की परेड और साप्ताहिक निगरानी

पटना जिले के सभी थाना प्रभारियों को कहा गया है कि वे अपने-अपने इलाकों के चिन्हित अपराधियों की पहचान करें और हर रविवार को थाने बुलाकर उनकी परेड कराएं। यह कदम अपराध पर नियंत्रण के साथ-साथ निगरानी तंत्र को मजबूत करने के मकसद से उठाया गया है।

भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में चेक पोस्ट

शनिवार को हुई क्राइम मीटिंग में एसएसपी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि शहर के व्यस्त और संवेदनशील इलाकों में चेक पोस्ट बनाए जाएं, जिससे संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। इसके साथ ही, सभी इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर्स (आईओ) को हर महीने कम से कम छह मामलों के निपटारे का टास्क सौंपा गया है।

150 कुख्यात अपराधी रडार पर

पुलिस की योजना है कि पटना जिले के करीब 150 कुख्यात अपराधियों पर सीसीए लगाया जाए। इनमें से 70 अपराधियों की पहचान पूरी हो चुकी है, और उनके नाम सीसीए के तहत कार्रवाई के लिए अंतिम रूप दिए जा चुके हैं।

Share This Article