बिहार चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद जदयू कार्यालय पहुंचे और चुनावी रुझानों का जायजा लिया। इस दौरान उनके साथ पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
जदयू नेता विजय चौधरी ने कहा कि अब तक जो फीडबैक मिल रहा है, उसके अनुसार पूरे राज्य में एनडीए के पक्ष में ज़बरदस्त मतदान हो रहा है। उन्होंने बताया कि पहले चरण की तरह ही इस बार भी लोगों में भारी उत्साह देखा जा रहा है, खासकर महिलाओं ने बड़ी संख्या में मतदान किया है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट संकेत है कि बिहार की जनता एक बार फिर एनडीए के साथ खड़ी है।
दूसरी ओर, राजद नेता तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि 14 नवंबर को आने वाले नतीजे महागठबंधन के पक्ष में होंगे और वे 18 नवंबर को शपथ लेंगे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए विजय चौधरी ने कहा कि “कोई भी व्यक्ति शपथ लेने की इच्छा रख सकता है, लेकिन शपथ दिलाने का अधिकार राज्यपाल के पास है, और राज्यपाल शपथ नीतीश कुमार को ही दिलाएंगे।”
इसी बीच, कांग्रेस की नेता प्रियंका देशमुख के एक ट्वीट ने सियासी हलचल बढ़ा दी, जिसमें उन्होंने कहा कि जहां जदयू के उम्मीदवार नहीं हैं, वहां राजद को वोट दिया जाए।
इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए विजय चौधरी ने कहा कि “यह कांग्रेस का मानसिक दिवालियापन और राजनीतिक हास्यास्पद स्थिति दर्शाता है। वे अब जदयू को लेकर फैसले लेने की स्थिति में नहीं हैं।”
बिहार की राजनीति में जैसे-जैसे मतदान आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे एनडीए और महागठबंधन के बीच जुबानी जंग भी तेज़ होती जा रही है।