कोरोना काल में लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या को लेकर लोगों में भय का माहौल बना हुआ है और बिहार में मरीजों की संख्या 50 हजार के पार जा चूकी है। कोरोना को लेकर नीतीश सरकार ने बिहार को 16 अगस्त तक के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। बात देश की करें तो देश में मरीज़ की संख्या 16 लाख के पार जा चुकी है। एक ओर पुरे देश में अनलॉक 3 की शुरुआत हो रही है तो दूसरी ओर बिहार में लॉकडाउन जारी है। बिहार में कोरोना काल में भी सियासत तेज है।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लॉकडाउन की शुरुआत से ही मुख्यमंत्री पर हमलावर हैं। साथ ही इन दिनों कोरोना के साथ बाढ़ को लेकर भी सरकार पर हमला बोल रहे हैं। इस बीच शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष चम्पारण की यात्रा पर गए। उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाके में जाके लोगों से मुलाकात की । इससे पहले भी नेता प्रतिपक्ष दरभंगा-मधुबनी की यात्रा कर बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात कर चुके हैं।
वहीं शुक्रवाक को नेता प्रतिपक्ष ने लोगों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया। आपदा की घड़ी में जनता की मदद करना एक हद तक सही है, लेकिन जिस तरह से जनता के बीच वो जा रहे हैं और राशन का वितरण कर रहे हैं, वो भी बिना किसी सोशल डिस्टेंसिंग के, तो ये कहीं ना कहीं कोरोना को बढ़ावा देने के जैसा ही है। वो पटना जिले से बाहर जा रहे हैं तो अब बड़ा सवाल ये है कि नेता प्रतिपक्ष भीड़ में जा रहे हैं, वो भी दुरी का ध्यान रखे बिना, ऐसे में लॉकडाउन के दौरान दूसरे ज़िले में जाना और सोशल डिस्टेंसिंग का नियम तोड़ना और वापस पटना आना क्या कोरोना को फैलाने के जैसा नहीं है।