BJP MLC संजय मयूख फोड़ने लगे थे पटाखे:-
NEWSPR डेस्क। तमाम एग्जिट पोल्स को देखने के बाद सबों को यही लग रहा है कि इसबार बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है. लेकिन जो राजनीति के जानकार हैं. अभी भी उन्हें इन तमाम एग्जिट पोल्स पर विश्वास नहीं है. 2015 के एग्जिट पोल्स के नतीजे को देखते हुए ज्यादातर लोग उत्साहित नहीं हैं. उस समय अगर सबसे ज्यादा किसी पार्टी की भद पिटी थी, वो बीजेपी ही थी. बीजेपी नेता संजय मयूख ने तो पार्टी दफ्तर के बाहर पटाखे तक कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर छोड़ने लगे थे. शाम होते होते बीजेपी के कार्यकर्ताओं में मायूसी छा गई थी. और उस समय जेडीयू, राजद, कांग्रेस के कार्यकर्ता झूम उठे. परिणाम एग्जिट पोल्स से बिल्कुल उल्ट आए.
भास्कर के एग्जिट पोल्स पर लोगों को है विश्वास:
अधिकतर टीवी चैनल्स के सर्वे गिजबिजवा हैं. यानि ऑफिस से ही बैठकर तैयार कर दिए गए हैं. तेजस्वी की हवा बिहार में थी. इस बात से इंकार नहीं कर सकते हैं. लेकिन एक मजबूत गठबंधन को भी नहीं नकार सकते. बिहार में तीन सबसे बड़ी पार्टियां हैं, राजद, जदयू और बीजेपी. अगर दो पार्टियां साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं, तो स्वभाविक है कि वो गठबंधन फिसड्डी नहीं होगा. यही गलती बीजेपी ने 2015 में की थी. जो राजद और जेडीयू गठबंधन को हल्के में ली, और मुकि खानी पड़ी.
अन्य गठबंधन भी करेंगे अच्छा प्रदर्शन:-
विकल्प के तौर पर बिहार में कई मजबूत गठबंधन भी इस बार मैदान में थे. जो हो हल्ला से अलग बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. अनुमान है कि कुछ हद तक राज्य में बने ये तमाम गठबंधन बीजेपी, राजद, जेडीयू, और कांग्रेस के कोर वोटरों में भी सेंधमारी करने में सफल रहे हैं. जो इन दोनों गठबंधनों का खेल बिगाड़ सकते हैं.
चंद्रमोहन की रिपोर्ट