NEWSPR डेस्क। नालंदा भले ही स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक करने में जुटे हैं. वही स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किया गया. मगर व्यवस्था आज भी लचर- पचर है. जिसका जीता जागता नमूना बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा का सदर अस्पताल है. जहाँ रविवार को मारपीट में जख्मी हुई झुन्नी देवी को इलाज के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया.
महिला के कमर में चोट रहने के कारण उसे एक्सरे कराने को कहा गया। एक्सरे कराने के लिए ले जाने के दौरान मरीज के परिवार को स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं कराया गया. जिसके कारण परिवार की एक महिला ने गोद में उठाकर महिला को ले जा कर एक्सरे करवाया और वापस भी गोद में उठाकर वापस लाने के दौरान अस्पताल कैंपस में गिरते गिरते बची।
परिवार के सदस्य ने बताया की नूरसराय थाना क्षेत्र के बेलसर गांव में गोतिया के बीच हुए विवाद में मारपीट हुआ था. जिसमे झुंनी देवी और उसके पति शंभू कुमार जख्मी हो गया था. दोनो को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. मगर एक्सरे कराने के लिए स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं कराया गया. जिसके कारण मजबूरी में गोद में उठाकर ले जाना पड़ा।