NEWSPR/DESK : 12वें मंत्री को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भले परेशान न हों. लेकिन कांग्रेस विधायक और बड़े नेताओं की परेशानी बढ़ गयी है. इस बार पार्टी की परेशानी महिला विधायकों ने बढ़ा दी है. चारों महिला विधायक अपने दम पर विधानसभा पहुंची हैं. सही तरीके से देखा जाये तो कांग्रेस का योगदान बस इतना ही है कि उन्हें पार्टी का सिंबल दिया है.
कांग्रेस की चारों महिला विधायक दीपिका पांडे, अंबा प्रसाद, पूर्णिमा नीरज सिंह व ममता देवी रविवार को मंत्री सह कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम के आवास पर जुटीं. इस दौरान कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा व संजय लाल पासवान भी शामिल थे.
बैठक के बाद विधायकों ने एक सुर में कहा कि बैठक में जिन बातों को लेकर चर्चा हुई, उन बातों से पार्टी के विधायक दल के नेता आलमगीर आलम से बात हो गयी है. बैठक विधायक दल के नेता के साथ होनी थी लेकिन वो क्षेत्र में हैं. इसी वजह से उनसे मोबाइल पर बात हो गयी है. विधायक दीपिका पांडे ने बताया कि बाकि साथी विधायकों से बात हो चुकी है.
इधर, आलमगीर आलम ने विधायकों से कहा है कि 10 जुलाई को विधायक दल की बैठक में सारी बातों को रखें ताकि जो भी समस्याएं हैं उस पर आगे फोरम में रखा जा सके. बैठक के बाद विधायकों ने एक सुर में कहा कि सरकार से कोई नाराजगी नहीं है. हमारी कुछ शिकायतें हैं जिनपर गंभीरता देखने की आवश्यकता है.
विधायक पूर्णिमा ने काम धीमा होने का दिया हवाला
विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने कहा कि सरकार में विकास का कार्य धीमा चल रहा है. सीएमपी के तहत जो बातें हुई थीं उस पर भी काम नहीं हो रहा है.
अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों की बातों को सुनना चाहिएः ममता देवी
बैठक से निकलकर रामगढ़ विधायक ममता देवी ने कहा कि हम सभी जनप्रतिनिधि हैं और हमें जनता के बीच जाना होता है. क्षेत्र में जो भी समस्याएं होती हैं उसका निराकरण करना है. इस कार्य के लिए अगर किसी अधिकारी को कहा जाता है तो वो तवज्जों नहीं देते हैं. हम उन्हें कोई गलत काम तो करने नहीं बोल रहे हैं. हमारे प्रति अधिकारियों का रवैया भी ठीक नहीं रहता है. जो गलत बात है. हमलोगों ने सारी बातों से विधायक दल के नेता आलमगीर आलम को अवगत करा दिया है.
रिपोर्ट – वैभव