भागलपुर संतों की भूमि भारत में वैसे तो कई चमत्कार और सामाजिक सरोकार की कहानियाँ हैं, लेकिन आज आपको डाकू से संत बनाने वाले एक महात्मा की कहानी बिहार के भागलपुर से बताता हूँ उन महात्मा का नाम है “महर्षि मेंहीं”पूर्व बिहार में नदी कछार की आबादी को हिंसक से अहिंसक बनाकर, सामिष को निरामिष बनाकर, डाकू प्रवृति के लोगों को संत और सात्विक जीवन यापन करने वाला बना दिया है आज उन्हीं को नमन करने हजारों अनुयायी के साथ बिहार सरकार के मंत्री सम्राट चौधरी, बीजेपी के नेता दिलीप जायसवाल, पूर्णिया के बीजेपी विधायक विजय खेमका और नरपतगंज के बीजेपी विधायक जय प्रकाश यादव नमन करने पहुंचे हैं.
विधायक जय प्रकाश और विजय खेमका जी ने बताया कि नदी कछार रहने वाले लोगों के जीवन में जो आज बदलाब दिख रहा है, उनमें महर्षि मेंहीं का बहुत बड़ा योगदान है महर्षि मेंहीं के जीवन पर बायोपिक बनाने वाले डायरेक्टर दीपक शाह ने बताया कि भगवान बुद्ध ने अंगुलीमाल डाकू के जीवन को अपनी वाणी से बदल दिया उसी तरह महर्षि मेंहीं के जीवन की वैसी अनेक कहानियाँ हैं, जिसमें हिंसक और डाकू और डाकू प्रवृति के लोगों के जीवन में बदलाब लाया है उसी कड़ी में एक फ़िल्म बनी है और आगे कई वेव सीरीज भी आमजनों और भक्तजनों के लिए बनाएंगे