NEWSPR डेस्क। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने अपनी जीत पर मुहर लगा ली हैं और नीतीश कुमार ने 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ भी ले लिया। बिहार को अपना अगला जनादेश तो मिल चूका हैं पर विपक्ष में बैठी राजद अब तक यह मानने को तैयार नहीं है।
ऐसा लग रहा कि चुनाव में हार राजद को बर्दाश नहीं हो पा रही और इसी को लेकर वो इस कदर तिलमिलाई हुई कि हर एक घंटे एक तीखे बयान जारी कर रहे हैं। विकास की बात करने वाली राजद सरकार को सहयोग करने की बजाए नीतीश कुमार और उनके मंत्रियों के पीछे पड़ी हुई है।
कल 17वीं बिहार विधानसभा का पहले सत्र का पहला दिन खत्म हो गया। दो दिन तक चलने वाले शपथ सत्र में पहले दिन भाजपा और जेडीयू के कई दिग्गज नेताओं के अलावा आरजेडी के तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव ने भी शपथ ली। इसके बाद तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह तक कह डाला है, जो कि भाजपा, जेडीयू और आरजेडी के बीच सियासी घमासान की वजह बन सकती है।
तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया पर भी नीतीश कुमार पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह नीतीश कुमार जी का गिरोह मुझसे इस्तीफा मांग रहे हैं। अभी तो हमने एक भ्रष्टाचारी को आउट किया है, देखते जाइए बाकी भी होंगे। तेजस्वी का ट्वीट कुछ ऐसा था….
भ्रष्टाचार में नाम आने के बाद शिक्षा मंत्री के पद पर शपथ लेने वाले मेवालाल चौधरी ने भी अपने पदभार को संभालने के कुछ समय बाद ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जिसको लेकर तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के खिलाफ तीखी प्रक्रिया दी थी।