NEWSPR डेस्क। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कृषि कानून को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि कृषि को निजी किया जा रहा है, कृषि बिल में कई कमियां हैं। APMC की मंडी को 2006 में बंद करवा दिया गया। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में किसानों की प्रति परिवार आय सबसे नीचे है। इस मामले में झारखंड भी बिहार से आगे है। 29 दिसंबर को लेफ्ट की पार्टियों का राजभवन मार्च है, उसे हमारा समर्थन है। किसानों के मामले में चाहे लेफ्ट हो या कांग्रेस, सभी को हमारा समर्थन है। हम किसानों के मुद्दे पर साथ हैं।
बुधवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी ने कहा कि रेलवे, BSNL के अलावा कई प्रतिष्ठानों को निजी हाथों में सौंपा जा रहा है। बिहार में सरकार धान खरीद का टारगेट पूरा नहीं कर पा रही है। सरकार किसानों के धान नहीं खरीद पा रही है। बिहार सरकार ने इस पर चुप्पी साध ली है। नीतीश कुमार इस पर चुप हैं।
तेजस्वी ने कहा कि किसान आंदोलन करते हुए 17 किसान शहीद हो गए। इसपर बिहार सरकार का कोई ट्वीट नहीं है। बिहार की डबल इंजन की सरकार का कोई ट्वीट नहीं है। इसलिए हमलोग कहते हैं कि यह सरकार किसान विरोधी है। हम आज किसानों के नेता चौधरी चरण सिंह की जयंती पर उनको नमन करते हैं। और जब तक किसानों की मांगें नहीं मानी जातीं तब तक हम उनके साथ हैं। यह कानून किसानों को भिखारी बनाने वाला कानून है।
पश्चिम बंगाल में चुनाव पर तेजस्वी ने कहा कि हमारी अभी बंगाल चुनाव को लेकर पार्टी के सदस्यों के साथ चर्चा नहीं हुई है। 2021 में चुनाव को लेकर हमने तमाम नेताओं को तैयार रहने को कहा है। पार्टी को हमेशा चुनाव के लिए तैयार रहना चाहिए। बंगाल चुनाव को लेकर हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष फैसला लेंगे।