कोरोना संक्रमण के कारण इस साल विमान यात्रियों की संख्या में काफी कमी आई है. यात्रियों की कमी झेल रही विमानन कंपनियां अपने विमानों को रद कर कम से कम संख्या में ऑपरेट कर रही है. यात्रियों की कमी को देखते हुए रविवार को भी दस जोड़ी विमानों का परिचालन रद कर दिया गया. दो-दो विमान के यात्रियों को एक विमान में एडजस्ट कर आपरेट किया जा रहा है.
विमानों की संचालन क्षमता 50 फीसद तय
यात्रियों की कमी को देखते हुए अब विमानन मंत्रालय ने जयप्रकाश नारायण पटना एयरपोर्ट से विमानों की संचालन क्षमता 50 फीसद तय कर दी है. इस क्षमता के आधार पर 30 जोड़ी ही विमानों का परिचालन संभव हो सकेगा. संभावना है कि एक जून से पटना एयरपोर्ट से मुंबई, दिल्ली, हैदाराबाद, कोलकाता, चेन्नई, अहमदाबाद, बेंगलुरु समेत अन्य शहरों के लिए 30 जोड़ी ही विमान उड़ान भर सकेंगे. इसके लिए एयरपोर्ट ऑथरिटी की ओर से शीघ्र ही अस्थाई रूप से नया शिड्यूल जारी कर विमानों का परिचालन किया जाएगा.
फिलहाल 48 जोड़ी विमानों का हो रहो परिचालन
सूत्रों की मानें तो पहले से पटना एयरपोर्ट से 80 फीसद क्षमता पर 48 जोड़ी विमानों का परिचालन किया जा रहा है. निजी विमानन कंपनियों के प्रतिनिधियों की मानें तो पिछले एक माह से काफी कम संख्या में यात्री यात्रा करने लगे हैं. पिछले दिनों तूफान के कारण 15 जोड़ी ही विमानों को पटना एयरपोर्ट से आपरेट किया गया था. ऐसे में क्षमता को 80 फीसद से कम कर 50 फीसद करने से विमानों की संख्या कम हो जाएगी. बाद में यात्रियों की मांग पर क्षमता में बढ़ोत्तरी की जा सकती है. अभी भी 22 से 25 जोड़ी ही विमानों का परिचालन हो रहा है. पटना एयरपोर्ट की क्षमता 60 जोड़ी विमानों के संचालन की है.