NEWSPR डेस्क। मुरैना डकैत गुड्डा गुर्जर का दायां हाथ कहा जाने वाला दस हजार का इनामी करुआ गुर्जर को पुलिस ने शार्ट एनकाउंटर में दबोच लिया। उसके पास से 12 बोर की बंदूक व 10 कारतूस पुलिस ने जब्त किए हैं। 60 हजार रुपये के इनामी डकैत गुड्डा गुर्जर को 10 अक्टूबर को ग्वालियर पुलिस ने घाटीगांव के जंगलों में हुए शार्ट एनकाउंटर में दबोचा था। गुड्डा के पकड़े जाने के बाद उसकी गैंग का सक्रिय सदस्य करुआ गुर्जर ही बचा था, जिसकी तलाश में मुरैना जिले के छह थानों की पुलिस बीते 15 दिन से जंगल की खाक छान रही थी।
गुरुवार को रिठौरा थाने के मुखबिर ने सूचना दी कि डकैत करुआ गुर्जर को शनिश्वरा पहाड़ी व रांसू के जंगलों में देखा गया है। पुलसि टीम को पहाड़ी पर डकैत करुआ गुर्जर नजर आया, पुलिस टीम ने घेराबंदी शुरू कर दी। करुआ ने भागने का प्रयास किया, लेकिन भागने के प्रयास में पैर फिसलने से वह गिर गया। गिरते ही करुआ गुर्जर की बंदूक हाथ से छूटकर दूर गिरी, इस मौके का फायदा उठाकर पुलिस ने करुआ गुर्जर को दबोच लिया। करुआ गुर्जर से हथियारो के साथ एक बैग भी मिला है, जिसमें 700 रुपये, नमकीन, बिस्किट, चना, तेल, साबुन, शीशा, गुटखा पाउच पुलिस ने जब्त की है।
गैंग बनाने की फिराक में था करुआ:
डकैत गुड्डा गुर्जर व करुआ गुर्जर दोनों की नूराबाद के लोहगढ़ गांव के हैं और रिश्तेदार भी हैं। इसीलिए गुड्डा गुर्जर सबसे ज्यादा भरोसा करुआ गुर्जर पर करता था। करुआ ही गुड्डा गुर्जर के लिए वसूली करता था। पुलिस ने 28 अक्टूबर को लोहगढ़ गांव में करुआ गुर्जर के मकान को भी बुलडोजर से जमींदोज कर दिया था। एसपी आशुतोष बागरी ने बताया कि वह डकैत गुड्डा गुर्जर का विश्वसनीय साथी था। अब डकैत गुड्डा गुर्जर का कोई साथी नहीं बचा।