पटना डेस्क
तेजप्रताप ने अस्पताल का किया निरीक्षण: अमनौर(सारण)बिहार सरकार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सह राजद नेता तेज प्रताप यादव ने मंगलवार को अमनौर पहुचे,जहाँ उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाकर अस्पताल का निरीक्षण किया। इन्होंने अस्पताल में प्रवेश करते ही सबसे पहले निबंधन काउंटर को देखा, काउंटर का कांच टूटा हुआ पाया, दो ऑपरेटर तैनात थे। एक भी मरीज नही दिखे। इसके बाद ओटीपी कक्ष, लैब,डेंटल कक्ष, थियेटर रूम को देखा, स्वास्थ्य केंद्र के आंगन व फर्श का अवलोकन किया,फर्श फूटा हुआ था, नव निर्मितअस्पताल के दीवार में दरारें पड़ी हुई थी। महिला शौचालय के पास बाइक लगा देखकर तेजप्रताप यादव भड़क गए। स्वास्थ्य प्रबन्धक शिव कुमार पासवान से पूछा अस्पताल इलाज के लिए है कि बाइक लगाने के लिए।आनन फानन में वहाँ से बाइक हटाई गई।
‘बिहार सरकार विधायक फण्ड के दो दो करोड़ रुपया कोरोना काल मे लेकर कोई स्वास्थ्य सुविधा बहाल नहीं किया,एनडीए की सरकार में कागज पर विकास दिखता है।’
मशीन भी ऑपरेट नहीं कर पाये डॉक्टर : डेण्टल थियेटर रूम में प्रवेश कर डेंटल चेयर को देखा, दांत चिकित्सक रमन कांत सिन्हा वहां मौजूद थे,मशीन को ऑपरेट करने को कहा,पर चिकित्सकों से मशीन ऑपरेट नही हो पाया,यह देख कहा कि जिस चिकित्सको से मशीन ऑपरेट नही हो रही है,वे उपचार क्या करेंगे निरीक्षण के पश्चात पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य विभाग का स्थिति पूर्ण रूप से दैनीय है, हर अस्पताल में सुविधाओं का अभाव है। अस्पताल में प्रभारी गायब रहती हैं, अस्पताल के फर्श टूटी हुई है, दीवारों में दरार परी हुई है। महिला शौचालय के पास चिकित्सक बाइक लगाते है। दाँत चिकित्सको को मशीन ऑपरेट करने नही करने आता है। इस प्रकार बिहार के स्वास्थ्य विभाग बना हुआ है।
अस्पताल की खामियों को गिनाया : तेजप्रताप यादव ने बिहार सरकार को कोसते हुए कहा कि कोरोना काल मे स्वास्थ्य सुबिधा को लेकर बिधायक फण्ड से दो दो करोड़ रुपया लिया गया है इसके बावजूद भी,अस्पताल में कोई सुबिधा नही दिख रही है।,बिहार सरकार केवल बिकाश के नाम पर कागजी खानापूर्ति किया है।राजद के जिला अध्यक्ष सुनील राय ने कहा कि अमनौर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में घोर असुविधा है,प्रभारी चिकित्सक डॉ सरोज कुमारी सिन्हा अस्पताल में हमेशा अनुपस्थित रहती है,अस्पताल भगवान भरोसे चलता है,नही दवा है न समय पर चिकित्सक रहते है।कोरोना में लोग मुश्किल से जीवन बचाया है।