एक और बिहार में सड़कों की जाल बिछाने की बात की जाती है, वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र नालंदा जिले से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित अजनौरा गांव के बगल से माड़ी गांव तक जाने वाली सड़कों की हालत काफी जर्जर है। दरअसल अजनौरा मुख्य सड़क मार्ग से माड़ी गांव तक जाने वाली पक्की सड़कों की कुल लंबाई लगभग साढ़े छह किलोमीटर है। इन सड़कों में लालाबीघा छोटी आंट बड़ी आंट चंद्रबीघा मोहम्मदपुर और माड़ी गांव शामिल है।
हालांकि चंद्र बीघा से लेकर माड़ी गांव तक नई सड़क का निर्माण किया गया है, वही मुख सड़क मार्ग से लाला बीघा तक नई सड़क बनाई गई है। बाकी जगह की अगर बात करें तो इन चार गांव में सड़कों की हालत काफी खराब है। सबसे ज्यादा परेशानी प्रसूति महिलाओं को होती है जब उन्हें इलाज के लिए एंबुलेंस से सरकारी अस्पताल जाना पड़ता है। वही छोटी वाहनों को भी इस सड़क पर चलाने में काफी परेशानी होती है। चंद्र बीघा गांव में तालाब की खुदाई हुई थी इसी दौरान मिट्टी धुलाई से यह सड़क की हालत खराब हुई है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि इस जर्जर सड़क की हालत के बारे में स्थानीय विधायक एवं बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार को अवगत कराया गया है। अब देखना है कि 2 साल से लगातार इस खराब सड़कों की हालत कब तक सुधरता है।