NEWSPR डेस्क। राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहाँ बीते 19 नवंबर की रात रंजन दुकान बंद कर अपने कर्मी रवींद्र कुमार के साथ पैदल ही घर जा रहे थे. जैसे ही अपार्टमेंट के पास पहुंचे है वैसे ही बाइक सवार दो लड़के पहुंचे और दोनों पर पिस्टल तान दी। रवींद्र के हाथ से बैग झपट कर ठाकुरबाड़ी रोड की तरफ भाग गए। बताया जा रहा है कि रवींद्र के हाथ में ही लाल रंग का बैग था जिसमें 10 लाख रुपए थे।
वहीं स्वर्ण आभूषण के थोक कारोबारी रंजन कुमार से बाकरगंज में 10 लाख की लूट के मामले में पीरबहोर थाने की पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। वहीं दो काे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि जक्कनपुर के रामनगर रोड नंबर तीन के अभिषेक, कंकड़बाग के नवरतनपुर के अमन कुमार और गौरव कुमार को गिरफ्तार किया गया है। गौरव उनका पुराना कर्मी है। कुछ दिन पहले गौरव को उन्होंने नौकरी से निकाल दिया था।
अब तक की जांच में यह बात आई है कि गौरव ने ही लूट की साजिश रची थी। वहीं गौरव को मालूम था की किस समय रंजन कुमार घर के लिए निकलते है. वही इन लोगों के पास से पुलिस ने लूट में उपयोग किये गए पल्सर बाइक, एक अन्य अपाची बाइक और करीब 12 मोबाइल बरामद किया है। घटना का मास्टरमाइंड खाजेकलां का सागर फ़िलहाल फरार चल रहा है। पुलिस सूत्रों की मानें तो कैश सागर ने छिपा रखा है।
रात 1 से 3 बजे तक छापेमारी करती रही पुलिस
पुलिस ने गुरुवार रात पोस्टल पार्क स्थित अभिषेक के घर में छापेमारी कर उठाया। उसी के घर से लूट के दौरान इस्तेमाल की गई पल्सर बाइक और करीब 10 मोबाइल बरामद किए। अभिषेक की निशानदेही पर कंकड़बाग के नवरतनपुर में छापेमारी कर अमन को गिरफ्तार किया। वहीं देर रात गौरव को भी गिरफ्तार किया गया। वही सूत्रों की माने तो बाकरगंज के नटराज गली से भी पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताक्ष कर रही है.