NEWSPR डेस्क। भागलपुर, शिक्षा व्यवस्था को लेकर सरकार लाख दावे कर ले लेकिन स्थिति बद से बदतर है. हर दिन पदाधिकारियों द्वारा निरीक्षण का शायद ढकोसला किया जाता है. उस पर कार्रवाई कुछ भी नहीं हो पाती सैकड़ों विद्यालय में ना तो बैठने की व्यवस्था है. ना पीने की पानी की अच्छी व्यवस्था है और ना ही कमरे हैं. नौनिहाल बच्चे ठंड में ठिठुरते हुए जमीन पर बैठकर पढ़ाई करते हैं जिससे उसकी तबीयत भी खराब हो जाती है.
अधिकारियों से जब पूछा जाता है तो उनका बस एक ही कहना होता है परेशानियों को जल्द पूरा कर लिया जाएगा अब सवाल यह उठता है कि जल्द पूरा कब कर लिया जाएगा जब बच्चे की तबीयत बिगड़ जाएगी तब या फिर देश के भविष्य स्कूल जाने से कतराने लगेंगे तब ऐसा ही कुछ मामला सामने आया है भागलपुर के कहलगांव अनुमंडल स्थित प्रोन्नत मध्य विद्यालय बनसप्ति सरकारी विद्यालय से, गौरतलब हो कि इस विद्यालय में ना तो शिक्षा की गुणवत्ता है नाही पढ़ाई करने के लिए कमरे हैं. नाही पीने के लिए शुद्ध पानी और ना ही क्लास रूम में बैठने के लिए जगह.
बाहर किसी तरह बच्चे को जमीन पर बिठाकर ठंड में ठिठुरते हुए पढ़ाया जाता है. वही मध्य विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रवीण कुमार से जब पूछा गया कि बच्चों का यह हाल क्यों है. तो उनका साफ तौर पर कहना हुआ कि हम लोगों ने कई बार आवेदन दिया लेकिन यहां कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है. जिसके चलते बच्चे को ना तो बैठने के लिए जगह है.
ना ही पीने के लिए पानी और ना ही क्लास करने के लिए कक्षा। वही इस विद्यालय की छात्रा काजल खातून का कहना है. विद्यालय में बैठने में भी डर लगता है क्योंकि छत टूट टूट कर गिरते रहते हैं. सभी बच्चे डरे सहमे रहते हैं हम लोगों को जमीन पर बिठाया जाता है. जिससे हम लोगों की तबीयत खराब हो जाती है जिसके चलते विद्यालय भी नहीं आना चाहती हूं।