NEWSPR डेस्क। पटना रूपसपुर से है जहां पर खगौल और दीघा नहर रोड को वनवे कर दिया गया है और इसको लेकर के ट्रैफिक पुलिस रास्ता रोककर गाड़ियों को सगुना मोड़ से खगोल जाने के लिए कहते हैं. यह जिलाअधिकारी पटना के आदेश के बाद इस तरह से किया गया है. लेकिन वनवे होना कुछ लोगों को रास नहीं आ रहा है. ऐसे में इन ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी गाड़ियों को मोड़ने का है.
लेकिन 26 तारीख की वाक्य ऐसा हुआ कि पटना एम्स के यूरोलॉजी विभाग के एचओडी कमलेश गुंजन गाड़ी जबरन इस रोड में घुसाना चाहा। जब ट्रैफिक पुलिस के दो सिपाही दिग्विजय और नीलेश ने उन्हें रोकना चाहा तो वह अपनी गाड़ी को और स्पीड कर दिए. निलेश बचकर साइड चला गया. हालांकि उसे कोई खास चोट नहीं लगी वहीं दूसरी तरफ दिग्विजय जो गाड़ी के बीचो बीच रोक रहा था उसे डॉक्टर ने टक्कर मार दी.
वह अपनी जान बचाने के लिए गाड़ी के बोनट पर चढ़ गया और उसी अवस्था में लगभग एक किलोमीटर तक बोनट पर यूं ही सिपाही को लेकर डॉक्टर भागते रहे। देखने वाले भौचक रह गए। पुलिस की मदद और स्थानीय लोगों की मदद से डॉक्टर की गाड़ी को रोका गया और उसके बाद गाड़ी को पकड़ कर थाने लाया गया. जहां पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. वही डॉक्टर की इस लापरवाही की गवाह ट्रैफिक पुलिस आज भी दे रहा है.
पटना से विक्रांत की रिपोर्ट…