NEWSPR डेस्क। बिहार सरकार की भद्द पिट गई है. पदभार संभालने के कुछ घण्टों के अंदर ही बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. पहले मेवालाल चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बंद कमरे में मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच मे लगभग आधे घण्टे की बातचीत हुई, और बातचीत खत्म होते ही मेवालाल चौधरी ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया.
इससे पहले भी मंत्रियों से इस्तीफा ले चुके हैं नीतीश:-
नीतीश कुमार आज पहली बार किसी मंत्री से इस्तीफा नहीं लिए हैं. इससे पहले भी कई बार मंत्रियों के इस्तीफा ले चुके हैं. हलांकि ये पहला ऐसा मामला है कि पदभार संभालने के कुछ घण्टों के अंदर ही इस्तीफा ले लिया हो.
राजद की हुई जीत:-
मेवालाल चौधरी के इस्तीफे को लेकर राजद नेताओं में खुशी है. वो मानते हैं कि सरकार गठन के कुछ दिनों के अंदर ही उन्हें दबाव बनाने में सफलता मिली है, और उस दबाव के आगे सरकार भी झुक गई है. राजद नेताओं का कहना है कि अगर वो सरकार पर दबाव नहीं बनाते तो मेवालाल चौधरी से इस्तीफा नहीं लिया जाता.
बचाव में नहीं उतरे नेता:-
मेवालाल के बचाव में जेडीयू का कोई नेता खुलकर सामने नहीं आया. सब इस मुद्दे पर मुँह छुपाकर भागते नजर आए, इक्का दुक्का नेता सामने भी आए, तो बच बचाव करके ही अपना बयान जारी किए.
मेवालाल पर है घोटाला का आरोप:-
मेवालाल चौधरी पर नियुक्ति घोटाले का आरोप लगा था, और इस मामले में वो जेल भी जा चुके हैं. गौरतलब है कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय में वर्ष 2012-2013 में लगभग 160 सहायक प्राध्यापक व कनीय वैज्ञानिकों की नियुक्ति में अनियमितता बरती गई थी. बहाली के लिए चयन समिति के अध्यक्ष व तत्कालीन कुलपति मेवालाल चौधरी ने प्रो. राजभजन वर्मा को ऑफिसर इंचार्ज (नियुक्ति) और अमित कुमार को सहायक निदेशक (नियुक्ति) बनाया था. आरोप लगा था कि दोनों ने बहाली में धांधली की और पास अभ्यर्थिर्यो को फेल कर वेबसाइट पर रिजल्ट जारी कर दिया था.
पटना से विक्रांत कि रिपोर्ट…