Yaas का असर, गया में ब्लैक फंगस वार्ड में लबालब, सासाराम का अस्पताल बना तालाब

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR डेस्क। यास तूफान का असर अब बिहार में दिखाई दे रहा है. लगातार दो दिन से हो रही बारिश के कारण बिहार के कई जिलों में नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. इसके साथ ही शहरों के सड़कों पर पानी भर गया है. गया में तो मेडिकल कॉलेज में ही पानी भर आया है. खास बात है कि पानी उस वार्ड में भरा है, जिसे ब्लैक फंगस से इलाज के लिए तैयार किया गया था.

यास तूफान के कारण पूरे गया जिले में दो दिनों से भारी बारिश हो रही है. अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज के ईएनटी वार्ड में बारिश का पानी घुस गया है. इसके अलावा वार्ड के गलियारे में भी पानी भरा है. साथ ही रजिस्ट्रेशन काउंटर से लेकर ऑर्थो के ओपीडी वार्ड तक पानी जा घुसा है. वार्ड में पानी के कारण मरीज और उनके तीमारदार परेशान हैं

आपको बता दें कि ईएनटी वार्ड में ही ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए 40 बेड तैयार किए गए हैं. फिलहाल यहां कोई मरीज भर्ती नही हैं. दो दिन पहले तक कोरोना के संक्रमित व संदिग्ध मरीज यहां भर्ती थे, लेकिन उन्हें MCH बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया था, उसके बाद से यहां ब्लैक फंगस के मरीजों को रखा जाना है, जिसके लिए 40 बेड भी लगाए थे.

ब्लैक फंगस के मरीज के आने से पहले यास तूफान ने ऐसा असर दिखाया कि ईएनटी वार्ड में बारिश का पानी जा घुसा है. अब गया नगर निगम और अस्पताल प्रशासन के द्वारा मेडिकल कॉलेज से पानी निकालने की कोशिश की जा रही है. कर्मचारियों ने बताया कि इस वार्ड में पानी की निकासी के लिए कोई व्यवस्था हीं नही की गई थी, जिसके कारण यह स्थिति हुई है.

गया की तरह सासाराम में भी यास तूफान के कारण लगातार बारिश हो रही है. सासाराम के सदर अस्पताल के परिसर में घुटने भर पानी भर गया है. मरीज पानी में उतर कर किसी तरह आ जा रहे हैं. सासाराम शहर के हर गली-बाजार में पानी भरा हुआ है. बेमौसम बारिश ने नगरपालिका की कलई खोल के रख दी है. लोगों को काफी परेशानी हो रही है.

सासाराम का सदर अस्पताल जलमग्न है. मरीजों के साथ चिकित्सकों को भी परेशानी हो रही है. कोरोना काल में जहां सभी से स्वच्छता अपनाने की अपील की जा रही है, ऐसी स्थिति में इस अस्पताल परिसर की जलजमाव की स्थिति देख आप समझ सकते हैं कि स्थानीय प्रशासन स्वच्छता के प्रति कितनी संजीदा है.

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