पितृ पक्ष मेले में आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए राज्य सरकार ने की निशुल्क आवासन की व्यवस्था,टेंट सिटी…

Patna Desk

इस वर्ष 17 सितंबर से चल रहे पितृपक्ष मेला में देश विदेश से आये सभी तीर्थयात्रियों के लिए राज्य सरकार द्वारा नि:शुल्क की उत्तम व्यवस्था गया के गांधी मैदान में टेंट सिटी का निर्माण करवाया है।इस टेंट सिटी में 2500 आवासन की व्यवस्था है।टेंट सिटी में उपलब्ध नि:शुल्क सुविधाएं

आवासन की व्यवस्था।-समान रखने के लिए लॉकर की व्यवस्था। MAY I HELP YOU काउंटर की व्यवस्था। सुरक्षा के लिए पर्याप्त सिक्योरिटी गार्ड एवं सीसीटीवी की व्यवस्था। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था।पर्यपत चेंजिंग रूम की भी व्यवस्था। टेंट सीटी में यात्रियों के गंगा जल आपूर्ति योजना के अंतर्गत गंगा जल अपूर्तित करवाया जा रहा, देश विदेश से आये यात्री जो टेंट सिटी में आवासन करेंगे उन्हें भी गंगा जल पीने हेतु व्यवस्था किया गया है। आवासन करने आये यात्रियों को राज्य सरकार की ओर से गंगाजल का पाउच उपहार के रूप में दिया जा रहा। पर्याप्त संख्या में डीलक्स शौचालय की व्यवस्था।24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति। टेंट सिटी के अंदर जीविका एवं सुधा डेयरी द्वारा अशुल्क शुद्ध शाकाहारी भोजन की व्यवस्था।सभी तीर्थयात्रियों से जिला प्रशासन अपील करता है कि गांधी मैदान में आपके आवासन के लिए बनाए गए टेंट सिटी का भरपूर प्रयोग अवश्य करें।

यहां तीर्थ यात्रियों के लिए हर एक सुविधा को ध्यान में रखकर उस के अनुरूप तैयार किया गया है। निशुल्क भोजन भी हर संध्या में लोग लाभ ले रहे हैं। टेंट सिटी में तीर्थ यात्रियों के लिए पीने हेतु गंगा पानी भी दिया जा रहा है जिससे तीर्थ यात्री यह कह रहे हैं कि मोक्ष की भूमि में यह सौभाग्य प्राप्त हो रहा है की गंगा पानी भी पीने को मिल रहा है। साथ ही इस वर्ष माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देश के आलोक में गयाजी आये सभी यात्रियों को उपहार के रूप में गंगाजल का पाउच दिया जा रहा है।

कल सुबह जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने टेंट सिटी पहुंचकर ठहरे हुए यात्रियों से व्यवस्थाएं की संतुष्टि है या नहीं, कोई कमी है या नहीं इत्यादि का फीडबैक लिया। उन्होंने घूम घूम कर लगभग 200 तीर्थ यात्रियों से बातचीत किया, जिसमें मुख्य रूप से तेलंगाना, हैदराबाद, तमिलनाडु, दिल्ली, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, पंजाब इत्यादि के तीर्थ यात्री अपने समूह दल के साथ टेंट सिटी में ठहरे हुए थे। लगभग सभी तीर्थ यात्री रेलवे स्टेशन के माध्यम से गया पहुचे हैं और उन्हें वही पर जानकारी प्राप्त हुआ कि गांधी मैदान में टेंट सिटी निर्माण बिहार सरकार द्वारा करवाया गया है. वहां रहने की उत्तम व्यवस्था है ऐसी जानकारी के आधार पर लोग सीधे टेंट सिटी में ठहरने पहुंच रहे हैं।

ज़िला पदाधिकारी ने कहा कि टेंट सिटी में इस बार 2500 लोगों के ठहरने की व्यवस्था है। ठहरे हुए यात्रियों से फीडबैक लेने का कार्य लगातार किया जा रहा है। लोग काफी खुस नजर आ रहे हैं। व्यवस्थाएं से काफी संतुष्ट नजर आ रहे हैं। यहां खाने का, पीने का, शौचालय का, चेंजिंग रूम का, जगह जगह मोबाइल चार्जिंग की व्यवस्था, मेडिकल जरूरी दवाओं का कहीं कोई दिक्कत नहीं है। सुरक्षा का भी व्यपाक इंतजाम रखा गया है। यहां से जाने आने के लिए परिवहन की भी व्यवस्था रखी गई है। विभिन्न राज्य से लोग आए हैं काफी संतुष्टि नजर आ रहे है। लोग जिस आस्था के साथ आए हैं उसी आस्था के साथ लौट रहे हैं। सबसे ज्यादा खुशी की बात यह है कि सरकार और प्रशासन का धन्यवाद देते हुए अपने जानकार हित एवं परिजन को यह जानकारी देते फिर रहे हैं कि टेंट सिटी में आप भी लिए काफी अच्छी व्यवस्था सरकार एवं प्रशासन द्वारा की गई है। यहां ठहरे यात्री अपने मोबाइल से वीडियो कॉल करके अपने दोस्तों/ परिजनों को यहां की व्यवस्थाओ को दिखा कर प्रसंशा कर रहे हैं। टेंट सिटी में लगातार भीड़ हो रही है। लगातार लोग रात्रि में आवासन कर रहे हैं और सुबह में तर्पण कर अपने घर वापस लौट रहे हैं।

अंत में जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने जिले में आए पिंडदान करने सभी तीर्थ यात्रियों से अपील किया है कि आप सभी के लिए भव्य रूप में टेंट सिटी गांधी मैदान में बना हुआ है, जिसे भी आवासन में कहीं कोई समस्या हो रहा है, बेहिचक टेंट सिटी में जाकर आवासन ले सकते हैं। यह पूरी तरह निशुल्क है तथा निशुल्क भोजन की भी व्यवस्था वहां की गई है। जिला पदाधिकारी ने जिले के तमाम मीडिया प्रतिनिधियों से अपील किया है कि आपको अन्यत्र सड़क के किनारे, पब्लिक प्लेस, स्टेशन पर कहीं तीर्थयात्री आराम करते देखे तो उन्हें सीधे टेंट सिटी में जाने की सलाह दें कि उन्हें सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई व्यवस्था से लाभान्वित किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने जिले के तमाम नागरिकों से अपील किया है कि यदि कोई तीर्थयात्री उन्हें सड़क के किनारे बैठे दिखे तो उन्हें टेंट सिटी में जाने की सलाह दें।

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