बिहार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य में उर्वरक की कोई कमी नहीं है, सभी प्रकार का उर्वरक प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है । उन्होंने कहा कि किसान भाई-बहन अपनी आवश्यकतानुसार निर्धारित मूल्य पर उर्वरक का खरीद करें , आवश्यकता से अधिक उर्वरक खरीद कर स्टॉक करने की जरूरत नहीं है ।
उर्वरक विक्रय केन्द्रों पर सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करें, ताकि कोरोना संक्रमण से बचाव हो सके । कृषि मंत्री ने बताया कि इस खरीफ मौसम में अगस्त माह तक 7,60,000 तक मैट्रिक टन यूरिया के आवश्यकता के विरूद्ध 9,76,250 मैट्रिक टन यूरिया आवंटित किया गया है तथा अभी तक 7,60,653 मैट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति की गई है.जो आवश्यकता से अधिक है । इसी प्रकार अब तक 2,50,000 डी ० ए ० पी ० की आवश्यकता के विरूद्ध 5,26,670 मैट्रिक टन डी ० ए ० पी ० आवंटित किया गया है एवं अब तक 2,88,141 मैट्रिक टन डी ० ए ० पी ० की आपूर्ति की गई है , जो आवश्यकता से अधिक है।
अब तक राज्य में 1,40,000 मैट्रिक टन एन ० पी ० के ० एवं 95,000 मैट्रिक टन एम ० ओ ० पी ० की आवश्यकता है , इसके विरूद्ध क्रमश 2,01,700 मैट्रिक टन एन ० पी ० के ० तथा 1,56 , 100 मैट्रिक टन एम ० ओ ० पी ० आवंटित है . जो आवश्यकता से अधिक है। उन्होंने कहा कि अभी तक राज्य में 1,56,668 मैट्रिक टन एन ० पी ० के ० तथा 90,785 मैट्रिक टन एमओ ० पी ० आपूर्ति की गई है । इस प्रकार खरीफ मौसम में राज्य में किसी भी उर्वरक की कोई कमी नहीं है।
उन्होंने निर्देश दिया कि उर्वरक के साथ खुदरा विक्रेता को कुछ अन्य न्यूट्रियेन्ट बेचने के लिए कहा जाता है , इस पर रोक लगायें। जिला स्तर पर गठित जिला उर्वरक निगरानी समिति द्वारा विभिन्न उर्वरकों की उपलब्धता, कालाबाजारी, तस्करी आदि पर नियंत्रण एवं अनुश्रवण किया जाता है। अभी तक विभागीय अधिकारियों द्वारा राज्य में 1300 उर्वरक के दुकानों पर छापामारी की गई है, जिनमें से 435 में अनियमितता पाई गई है। अनियमितता करने वाले चार उर्वरक दुकानदारों पर प्राथमिकी दर्ज करायी गई है, जबकि एक उर्वरक दुकानदार की अनुज्ञप्ति रद्द की गई है।
साथ ही अभी तक 318 उर्वरक दुकानदारों की अनुज्ञप्ति निलंबित कर दी गयी है तथा 217 उर्वरक दुकानदारों से स्पष्टीकरण पूछा गया है। कृषि मंत्री ने निर्देश दिया कि किसी भी हालत में किसानों को उचित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाये।
राज्य में पॉस मशीन से ही उर्वरक की बिक्री की जा रही है, इसे अपडेट करें। उन्होंने विभाग द्वारा गठित उड़नदस्ता टीम को औचक निरीक्षण करते रहने का निदेश दिया। उन्होंने किसानों से अपील किया कि राज्य में उर्वरकों की कोई कमी नहीं हैं। अनुशंसा के अनुसार संतुलित उर्वरकों का उपयोग कर ससमय पर खरीफ फसलों की खेती करें एवं फसलों का भरपूर उत्पादन करें।