NEWSPR डेस्क। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश के बाद कोरोना महामारी में हर जिले में सामुदायिक किचन चलाया जा रहा है. ऐसे में गया का एक सामुदायिक किचन ऐसा है जिसकी हर ओर चर्चा हो रही है. टेकारी प्रखंड कार्यालय के समीप सामुदायिक किचन सेंटर को एक शादी समारोह की तरह सजाया गया है. यहां खाने के साथ बच्चों के लिए दूध और बिस्किट तक की व्यवस्था की गई है.
लोग यहां आराम से कुर्सी पर बैठ कर खा सकते हैं. शनिवार को कई महिलाएं अपने बच्चों के साथ खाती दिखीं. टेकारी प्रखंड के विकास पदाधिकारी वेद प्रकाश ने बताया कि लॉकडाउन में रोज कमाने वालों को रोजगार नहीं मिलने की वजह से उनके समक्ष खाना खाने की समस्या हो गई है. ऐसे लोगों की मदद की जा रही है. इसके अलावा बच्चों का भी ध्यान रखा जा रहा है. बच्चों के लिए सामुदायिक किचन में दूध और बिस्किट की भी व्यवस्था की गई है.
सुबह 9 बजे से ही आसपास के गरीब व जरूरतमंद लोग आने लगते हैं. जिला प्रशासन की ओर से तय मेन्यू के अनुसार प्रतिदिन खाना बनाया जाता है. वहीं, बच्चों के लिए 100 ग्राम दूध, बिस्किट और हलवा दिया गया है. कई ऐसे बच्चे भी है जो गोद में आते हैं. यह सामुदायिक किचन सेंटर असहाय, बेरोजगार, मजदूर, बुजुर्ग और जरूरंतमंदों के लिए सहारा बना है. यहां आने वालों में कोरोना टीकाकरण, जॉब कार्ड के प्रति जागरूकता के लिए संदेश भी लिखे गए हैं.
सामुदायिक किचन सेंटर का शनिवार को निरीक्षण करने पहुंचे गया के डीएम अभिषेक सिंह ने कहा कि यह केंद्र गया जिला ही नहीं बल्कि पूरे राज्य के लिए उदाहरण है. यहां लोग तो खाना खाने आ ही रहे हैं इसके अलावा कोविड डेडिकेटेड अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजनों व होम आइसोलेशन में रहने वाले जरूरतमंद मरीजों के बीच भोजन का पैकेट वितरण किया जा रहा है.
कुछ बच्चों ने कहा कि उसके पिता मजदूरी करते हैं. वे अपने पिता के साथ खाने आते हैं. वहीं, बुजुर्ग मजदूरों ने कहा कि लॉक डाउन में रोजगार की समस्या खड़ी हो गई है. एक मजदूर ने कहा कि वह दुकानों में पानी पहुंचाने का काम करता है लेकिन लॉकडाउन में सभी दुकाने बंद हैं. ऐसे में दोनों वक्त का भोजन सामुदायिक किचन सेंटर में ही करता है.