NEWSPR डेस्क। पटना ‘हद भूल गए थे ना अपना, मेरी औकात बस किचन तक है, चूल्हा चौका करना, शादी करके अपने घर जाना। बिजनेस करना तो मेरा अधिकार है ही नहीं।’ रो-रोकर ये बातें पटना की ‘ग्रेजुएट चायवाली’ के नाम से सुर्खियों में आईं प्रियंका गुप्ता ने कही हैं। प्रियंका का एक वीडियो सामने आया जिसमें वो सिसक-सिसक कर रोते हुए अपना दुःख बयां किया है। उन्होंने कहा कि ‘आप सब तो मुझे जानते ही होंगे ग्रेजुएट चायवाली… सो कॉल्ड ग्रेजुएट चायवाली, हम अपनी हद भूल गए थे।’
‘ग्रेजुएट चायवाली’ का रोते हुए VIDEO
‘ग्रेजुएट चायवाली’ नाम से सुर्खियां बटोरने वाली प्रियंका का रोते हुए वीडियो वायरल हो रहा। जिसमें उन्होंने कहा, ‘मुझे तो लगा था कि हम बिहार में कुछ डिफरेंट कर रहे थे तभी ना आप सपोर्ट कर रहे थे। लेकिन हम अपना हद भूल गए थे। ये बिहार है… यहां लड़कियों की औकात बस इतनी होती है कि वो किचन तक सीमित रहती हैं। होना भी चाहिए। लड़कियों को आगे बढ़ने का कोई हक नहीं होता।’
‘मेरी औकात बस किचन तक, चूल्हा चौका करना, शादी करके घर जाना’
प्रियंका गुप्ता ने आगे कहा, ‘यहां पटना में बहुत सारा काम होता है, गैर-कानूनी तरीके से बहुत सारा काम होता है। अवैध तरीके से शराब बेचा जाता है लेकिन वहां सिस्टम एक्टिव नहीं होता। लेकिन कोई लड़की अपना बिजनस कर रही है तो उसको बार-बार परेशान किया जाता है। हद भूल गए थे ना अपना, मेरी औकात बस किचन तक है, चूल्हा चौका करना, शादी करके अपने घर जाना। बिजनेस करना तो मेरा अधिकार है ही नहीं।’
‘पीना ही पड़ेगा’, पटना की ग्रेजुएट चायवाली का ऐसा ठेठ अंदाज, देखते ही देखते छा गईं
अर्थशास्त्र में स्नातक प्रियंका गुप्ता हैं, जिन्होंने पटना वीमेंस कॉलेज के पास चाय की दुकान लगाकर सुर्खियां बटोरी हैं। उन्होंने बताया कि साल 2019 में उन्होंने अपना ग्रेजुएशन पूरा किया। लेकिन करीब दो साल तक नौकरी की कोशिश की। बावजूद इसके उन्हें कहीं जॉब नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने चाय की दुकान का खोलने का फैसला लिया।
प्रियंका, बिहार के पूर्णिया की रहने वाली हैं और वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन किया। यही नहीं उन्होंने कहा कि चाय बेचना कोई छोटा काम नहीं है, बल्कि ये अच्छा खासा स्टार्टअप बन चुका है। चाय स्टॉल लगाने का आइडिया कहां से आया इसके बारे में भी प्रियंका गुप्ता ने खुल कर बताया है। उन्होंने कहा कि मैंने प्रफुल्ल बिलोर से प्रेरणा ली। कई चायवाले हैं, चायवाली क्यों नहीं हो सकती? बस इसी के बाद मैंने टी स्टॉल शुरू किया। जिसे लोगों ने काफी पसंद किया है। ‘पीना ही पड़ेगा’ और ‘सोच मत…चालू कर दे बस’ जैसी पंच लाइन का इस्तेमाल भी काफी वायरल हो रहा।
कंपनी बंद करने जा रहे, बोलीं प्रियंका गुप्ता
‘ग्रेजुएट चायवाली’ के नाम चर्चित हुईं प्रियंका ने कहा, ‘जब मुझे लगा कि कमिश्नर सर से परमिशन मिला है कि वहां कुछ दिन के लिए हम अपनी कार्ट लगा सकते हैं। फिर वहां से बार-बार हमारा कार्ट बिना जानकारी दिए कैसे उठा लिया जाता है। जिन-जिन लोगों से फ्रेंचाइजी ली गई थी हम उनके पैसे लौटाने जा रहे। कंपनी बंद करने जा रहे, अब हम वापस घर जा रहे।’ बुरी तरह से रोते हुए प्रियंका ने कहा कि ‘थैंक्यू नगर निगम, थैंक्यू बिहार के सिस्टम। लोगों ने मुझे औकात दिखा दी कि लड़की हो… घर में रहो। बाहर निकल कर कुछ करने की जरुरत नहीं है, क्योंकि ये बिहार है।’
‘ग्रेजुएट चायवाली’ के बारे में जानिए सबकुछ
अर्थशास्त्र में ग्रेजुएट प्रियंका गुप्ता उस समय चर्चा में आई थीं जब पटना वीमेंस कॉलेज के पास उन्होंने अपनी चाय की दुकान शुरू की थी। प्रियंका ने साल 2019 में अपना ग्रेजुएशन कंप्लीट किया। करीब दो साल तक नौकरी की तलाश की लेकिन कहीं जॉब नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने चाय की दुकान का खोलने का फैसला लिया था। प्रियंका, बिहार के पूर्णिया की रहने वाली हैं और वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन किया।