NEWSPR डेस्क। बीते दिनों पटना के दुल्हीनबाज़ार में हुए पूर्व मुखिया के ब्लाइंड मर्डर केस का पटना पुलिस ने खुलासा कर लिया है. हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त रागीश कुमार उर्फ मुनीम शर्मा के तीन गुर्गों को गिरफ्तार कर हत्या के कारणों और उसमें शामिल लोगों की पहचान भी कर ली गई है. रागीश कुमार दुल्हीनबाज़ार थाना इलाके के भीमनीचक गांव का रहनेवाला है. हत्याकांड में शामिल तीनों अपराधियों को जिनमें शूटर और लाइनर दोनों हैं, इन सभी को पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर इस ब्लाइंड मर्डर केस में बड़ी सफलता पाई है. लाइनर के रूप में मुखिया संजय वर्मा के घर से निकलने की जानकारी मंटू कुमार ने दी थी. जो भीमनीचक का हीं रहनेवाला है. वहीं दो अन्य अपराधी चंदन कुमार महाबलीपुर का और दूसरा बिकु बाडीचक का निवासी है. ये तीनों पालीगंज अनुमंडल के ही रहनेवाले हैं.
मुखिया हत्याकांड पटना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी. क्योंकि इसमें हत्या का कोई निश्चित कारण पता नहीं चल पा रहा था. इसको लेकर पटना सिटी एसपी वेस्ट ने एक टीम गठित की थी. जिसमें पालीगंज डीएसपी मोहम्मद तनवीर अहमद के साथ तीन थानेदार शामिल थे. पालीगंज डीएसपी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया को बताया कि हत्या का कारण पंचायत चुनाव था. चुनावी रंजिश में मुख्य अभियुक्त रागीश शर्मा ने आनेवाले पंचायत चुनाव में अपना वर्चस्व जमाने को लेकर यह साजिश रची, और मृतक मुखिया के गाँव के ही एक लड़के मंटू शर्मा को एक महीना पहले एक मोबाइल दिया. उससे पल-पल की जानकारी लेता रहता था. आखिर में आठ नवंबर की सुबह मॉर्निंग वॉक करने निकले मृतक संजय वर्मा पर ताबड़तोड़ गोलियाँ चला कर उसे मौत के घाट उतार दिया. मंटू शर्मा ने मृतक के घर से निकलने की जानकारी शूटर्स को दी थी. सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनपर कानूनी कार्रवाई करते हुए सभी को जेल भेज दिया गया है. वहीं इन तीनो की निशानदेही पर रागीश शर्मा को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी में पुलिस जुट गई है. बताते चले कि दुल्हीनबाज़ार में आठ नवंबर की सुबह मॉर्निंग वॉक के दौरान वहां के चर्चित मुखिया और जदयू के जिला उपाध्यक्ष संजय वर्मा को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिससे इलाके में काफी आक्रोश था. पुलिस के लिए यह हत्या एक अनबुझी पहेली की तरह थी. जिसमे हत्या के एक हफ्ते तक कोई सुराग हाथ नहीं लग रहा था.