NEWSPR डेस्क। दुनिया भर में सिख समुदाय के लोग आज यानी 7 सितंबर 2021 को श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का 417वां प्रकाश पर्व (417th Parkash Purab of Sri Guru Granth Sahib ji) मना रहे हैं। इस अवसर पर जेडीयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने प्रदेश वासियों को लख-लख बाधाइयां दी है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल भाद्रपद मास के 15वें दिन यानी अमावस्या को प्रकाश उत्सव मनाया जाता है, जो नानकशाही कैलेंडर का छठा महीना है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, आमतौर पर इस पर्व को अगस्त या सितंबर महीने में मनाया जाता है। गुरु ग्रंथ साहिब सिख धर्म का पवित्र धार्मिक ग्रंथ है, जिसे सिखों के पांचवें गुरु श्री अर्जन देव जी द्वारा संकलित किया गया था। 29 अगस्त 1604 को इसका संकलन पूरा हुआ और 1 सितंबर 1604 को स्वर्ण मंदिर में पवित्र ग्रंथ स्थापित किया गया था।
श्री गुरु ग्रंथ साहिब में बाद में छठे गुरु, श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी मे श्री गुरु ग्रंथ साहिब में रामकली की वार को जोड़ा। दसवें सिख गुरु, गुरु गोबिंद सिंह ने पवित्र ग्रंथ में गुरु तेग बहादुर के भजन जोड़े। श्री गुरु ग्रंथ साहिब में 1,430 अंग (पृष्ठ) और 5,894 शबद हैं. पवित्र ग्रंथ 31 मुख्य रागों में विभाजित है. ग्रंथ साहिब की शुरुआत पहले गुरु नानक देव के साथ उनके पवित्र भजनों के संग्रह के रूप में हुई थी. शास्त्र को आदि ग्रंथ के रूप में जाना जाता था और बाद के गुरुओं द्वारा जोड़ा गया था. धार्मिक जुलूस, जिसे नगरकीर्तन कहा जाता है।