NEWSPR डेस्क। टोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए 7 मेडल अपने नाम किए। भारत ने 1 स्वर्ण, 2 रजत और 4 कांस्य पदकों के साथ ओलंपिक का समापन किया है. अब तक ओलंपिक खेलों में यह भारतीय खिलाड़ियों को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. नीरज चोपड़ा ने शनिवार को इतिहास रचते हुए देश को पहला गोल्ड मेडल दिलाया. इससे पहले पहलवान बजरंग पूनिया ने भी कुश्ती में ब्रॉन्ज जीतकर देश के पदकों की संख्या बढ़ाई थी। आपको बता रहे हैं कि इस ओलंपिक में किन भारतीय खिलाड़ियों ने पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया।
नीरज चोपड़ा (गोल्ड मेडल)
नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में शनिवार को भाला फेंक में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. वह देश के लिए व्यक्तिगत स्वर्ण जीतने वाले पहले ट्रैक एंड फील्ड एथलीट हैं। नीरज ने अपने दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर की दूरी के साथ पहला स्थान हासिल कर गोल्ड अपने नाम किया. उन्होंने इस ओलंपिक में भारत के लिए पहला गोल्ड जीता है।
मीराबाई चानू (सिल्वर मेडल)
भारतीय महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक की शुरुआत में सिल्वर मेडल जीतकर भारत का खाता खोल दिया था। चानू ने 49 किलोग्राम वर्ग में यह कामयाबी हासिल की. उन्होंने क्लीन एंड जर्क में 115 किलो और स्नैच में 87 किलो से कुल 202 किलो वजन उठाकर पदक अपने नाम किया।
रवि दहिया (सिल्वर मेडल)
पहलवान रवि दहिया ने टोक्यो ओलंपिक में 57 किग्रा भार वर्ग कुश्ती में सिल्वर मेडल जीता था। उन्होंने अपनी कामयाबी से भारत के लिए खाते में दूसरा सिल्वर मेडल जोड़ दिया था। उनसे देश को गोल्ड की उम्मीदें थीं, लेकिन वे फाइनल मुकाबले में जीत हासिल नहीं कर पाए।
पीवी सिंधु (ब्रॉन्ज मेडल)
भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रचा था। वे ओलंपिक में लगातार दो बार मेडल जीतने वाली पहली बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। सिंधु ने 2016 रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था। उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में चीनी खिलाड़ी को हराकर मेडल अपने नाम किया।
लवलीना बोरगोहेन (ब्रॉन्ज मेडल)
बॉक्सिंग में भारत की लवलीना बोरगोहेन ने टोक्यो ओलंपिक में भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिलाया। उन्होंने शुरुआत में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन सेमीफाइनल में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद उन्होंने देश के खाते में एक ब्रॉन्ज मेडल जोड़कर देश को गर्वित कर दिया।
बजरंग पूनिया (ब्रॉन्ज मेडल)
पहलवान बजरंग पूनिया ने शनिवार को टोक्यो ओलंपिक में शानदार सफलता हासिल करते हुए फ्रीस्टाइल कुश्ती के 65 किग्रा भार वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया. बजरंग ने भारत की झोली में चौथा कांस्य और कुल छठां पदक डाला. बजरंग ने इस मुकाबले में कजाकिस्तान के दौलत नियाबेकोव को हराकर पदक जीता।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम (ब्रॉन्ज मेडल)
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जर्मनी को हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. भारत ने 41 साल बाद ओलंपिक में हॉकी का मेडल जीता है. इससे पहले भारत ने वासुदेवन भास्करन की कप्तानी में 1980 के मॉस्को ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था. टीम ने इस ओलंपिक में अद्भुत प्रदर्शन किया।