NEWSPR डेस्क। मोतिहारी में दिवगंत RTI कार्यकर्ता बिपिन अग्रवाल के बेटे ने खुदकुशी कर ली। रोहित अपने पिता के हत्या से सदमे में थे और ये खौफनाक कदम उठा लिया। दरअसल, रोहित पुलिस की कार्रवाई से नाखुश थे और गुरुवार को सुबह से शाम तक एसपी कुमार आशीष से मिलने के लिये जद्दोजहद करने के बाद संतोषजनक जबाब नहीं मिलने पर घर पहुंचे। रोहित ने घर के सामने एक तीन मंजिले निजी नर्सिंग होम के छत पर पहले शरीर में आग लगाया और छत से कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया। घटना के तत्काल बाद परिजनों ने उसे मोतिहारी नगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि रोहित गुरूवार को एसपी से मिलने के लिये सुबह में ही कार्यालय पहुंचा था। जहां एसपी के नहीं मिलने पर कार्यालय कर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार किया। जिसके बाद एसपी रोहित से मिले,लेकिन उनकी ओर से रोहित को संतोषजनक जबाब नहीं मिला। आरटीआई कार्यकर्ता दिवंगत बिपिन अग्रवाल के पिता और रोहित के दादा विजय अग्रवाल ने बताया कि एसपी ने अरोपियों को गिरफ्तार करने का प्रयास करने का आश्वासन दिया। जबकि हत्या के पांच महीने बाद भी हत्या की साजिश करने वाले गिरफ्तार नहीं हुए है। जिसकी गिरफ्तारी की मांग पर रोहित अड़ा था। इसी कारण नाराज और सदमे में चल रहे रोहित ने फोन कर 15 मिनट में पुलिस कार्रवाई करने की धमकी दिया था,लेकिन पुलिस की कार्रवाई 15 मिनट में पूरा नहीं होने पर रोहित ने शरीर में आग लगा कर नर्सिंग होम के तीन मंजिले छत से कूद पड़ा। छत से कूदने के पहले रोहित ने प्रशासन के खिलाफ नारे भी लगाया। दादा विजय अग्रवाल ने बताया कि हत्यारोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने और एसपी के नहीं मिलने से क्षुब्ध रोहित ने यह आत्मघाती कदम उठाया है।
बता दें कि 24 सितंबर 2022 को हरसिद्धि प्रखंड कार्यालय से निकलते समय दिनदहाड़े दिन के करीब 12 बजे बाइक सवार अपराधियो ने गोलियों से भूनकर आरटीआई कार्यकर्ता बिपिन अग्रवाल की हत्या कर दिया था। हत्या के पीछे हरसिद्धि बाजार के करोड़ो रूपये की व्यवसायी जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। जिसपर कई बहुमंजिले इमारत और व्यवसायिक प्रतिष्ठान स्थापित है। सूचना के अधिकार कानून के सहारे इसी कुकृत्य का खुलासा आरटीआई कार्यकर्ता बिपिन अग्रवाल ने किया था। जिसके बाद से ही वह सफेदपोश,माफिया और व्यवसायियों के आखों का किरकिरी बना था। इन्हीं कारणों से बिपिन अग्रवाल की हत्या कर दिया गया। हत्या के बाद परिजन न्याय की मांग को लेकर कई बार हरसिद्धि में अरेराज बेतिया सड़क को जाम कर धरना दिया था। पुलिस ने हत्या में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। लेकिन परिजन हत्या के पीछे के सफेदपोश,माफिया और व्यवसायियों के गठजोड़ का खुलासा करने और इनकी गिरफ्तारी की मांग पर अड़े है।
मोतिहारी से धर्मेंद्र की रिपोर्ट