NEWSPR डेस्क। भागलपुर के काजवलीचक दो धमाके होने की पुष्टि हुई है। पहला धमाका लीलावती और दूसरा महेंद्र मंडल के घर में हुआ था। एसएसपी बाबू राम ने दो धमाके की पुष्टि करते हुए बताया है कि घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज में भी दो ब्लास्ट होना स्पष्ट है। उन्होंने बताया है कि दोनों धमाकों के बीच आधा सेकेंड से भी कम का समय अंतराल प्रतीत हो रहा। बता दें कि रिमांड पर लिए गए आज़ाद और पुलिस अभिरक्षा में इलाज करा रहे नवीन मंडल ने कई अहम राज पुलिस के सामने खोले हैं। एसएसपी बाबू राम ने बताया कि आज़ाद ने पूछताछ में स्वीकार किया कि लीलावती के पटाखा व्यवसाय में उसने पैसे लगाए थे और पटाखा की बिक्री में सहयोग करता था। शुरू में उसने इस बात से साफ इंकार कर दिया कि उसे लीलावती द्वारा पटाखा निर्माण की जानकारी थी। लेकिन काफी पूछताछ के बाद लीलावती के व्यवसाय में वित्तिय रूप से सहयोग करने तथा पटाखा की बिक्री में सहयोग करने की बात स्वीकारी।
नवीन मण्डल ने भी अपने स्वीकारोक्ति बयान में आज़ाद द्वारा पटाखा व्यवसाय में संलग्न होने की पुष्टि की है। नवीन मण्डल ने ही आशीष के द्वारा बारूद सप्लाई की जानकारी दी थी। आशीष से पूछताछ के बाद पटाखा निर्माण में उपयुक्त होने वाला पदार्थ का एक बोरा ट्रांसपोर्ट से बरामद हुआ है जिसकी डिलीवरी आशीष नहीं ले सका था। विस्फोटक जैसे पदार्थ का एक अन्य कंटेनर आशीष के घर में बने तहखाने से बरामद हुआ है।
आशीष काफी समय से कोलकाता से विस्फोटक पदार्थ लाकर लीलावती, महेंद्र मण्डल, नवीन मण्डल, गुड्डू उर्फ अशोक मण्डल आदि को सप्लाई कर रहा था। पहले ये काम उसके पिता राम कुमार करता था। वह इस मामले एक बार जेल भी जा चुका है। पिछले कुछ समय से बारूद सप्लाई का ये काम आशीष ने संभाल लिया था। कलकत्ता की जिस दुकान से ये सामग्री लायी जाती थी, sit की टीम ने वहाँ जाकर सम्बंधित दुकानदार से भी पूछताछ की। वह लाईसेंसी दुकानदार है। उसने आशीष द्वारा खरीदारी के बिल भी दिखाए।
नवीन मण्डल ने यह भी बताया कि घटना के दिन उसके द्वारा 40 पेटी लहसुनिया पटाखे तैयार करके रखे गए थे। इसके अलावा पटाखा निर्माण हेतु काफी मात्रा में बारूद भी मौजूद था। साथ ही होली और शबे-बारात के ऑर्डर के कारण लीलावती के घर में भी भारी मात्रा में निर्मित पटाखे और बारूद मौजूद था। लीलावती के घर में किसी दुर्घटना की वजह से पटाखों में विस्फ़ोट हुआ। जिससे इनके घर में रखे पटाखों में भी विस्फ़ोट हो गया। बारूद की मात्रा काफी अधिक होंने के कारण विस्फ़ोट काफी शक्तिशाली था। घटनास्थल के पास से मिले cctv फुटेज से दो ब्लास्ट होना स्पष्ट है। दोनों के बीच आधा सेकंड से भी कम समय का अंतराल प्रतीत होता है।
रिपोर्ट: श्यामानंद सिंह, भागलपुर