NEWSPR डेस्क। जहानाबाद के दो लाल युद्ध के कारण यूक्रेन में फंसे हुए है। जिससे परिवार को चिंता हो रही है। बता दें कि शहर के प्रोफेसर कॉलोनी के रहने वाले अंशुमान 4 वर्ष पूहले एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन शहर गये थे। अंशुमान एमबीबीएस के अंतिम सत्र का छात्र है। युद्ध होने के कारण इसके पिता अमरेंद्र कुमार एवं माता सुनीता देवी अपने पुत्र की सलामती के लिए भगवान से दुआ मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि अचानक ऐसी घटना से हम लोग काफी चिंतित हैं। अपने बेटे से गुरुवार को 9:00 बजे रात को आखिरी बार बात हुई है। उसके बाद उससे बात नहीं हो रही है। इसके माता-पिता और इसके परिजन काफी चिंतित हैं। वो केंद्र एवं राज्य सरकार से पुत्र को अपने देश वापस लाने की गुहार लगा रेह हैं।
अंशुमान के माता-पिता ने राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि मेरे पुत्र को एवं देश के जितने भी छात्र एवं छात्राएं यूक्रेन में फंसे हुए हैं उसे तुरंत वापस लाया जाए। माता की हालत काफी खराब है वह कुछ भी बोलने में असमर्थ है। सुनीता देवी सिर्फ अपने पुत्र की वापसी की गुहार लगा रही है। जो लोग भी उनसे मिलने के लिए पहुंच रहे हैं उन लोगों से एक ही आस लगा रही है तेरे मेरे पुत्र को वापस ला दो।
वहीं दूसरी ओर जिले के घोसी थाना क्षेत्र के बभनपुरा गांव निवासी सुनील शर्मा की पुत्री बबीता कुमारी भी एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए रूस गई थी। अचानक युद्ध होने के कारण वह भी यूक्रेन के इवानो शहर में फंसी हुई है। इसके माता-पिता दमन में नौकरी करते हैं। इनके माता-पिता की भी हालत काफी नाजुक है। इन लोगों ने भी राज्य एवं केंद्र सरकार से अपनी पुत्री को सुरक्षित वापस लाने की अपील कर रहे हैं। बिहार के सैकड़ों छात्र अचानक युद्ध के कारण यूक्रेन में फस गए हैं सभी के माता पिता सरकार से अपने पुत्र एवं पुत्री की सुरक्षित वापसी का गुहार सरकार से लगा रहे हैं।
जहानाबाद से गौरव सिन्हा की रिपोर्ट