भागलपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज में हुए रैंकिंग और मारपीट की घटना का जांच करने पटना के दो सदस्य टीम कॉलेज परिसर पहुंचे। साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग में पटना से पहुंची दो सदस्यीय टीम ने छानबीन किया। साथ ही कॉलेज प्रशासन से भी कई मुद्दे पर बातचीत की दो सदस्य टीम में शामिल विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर संतोष कुमार सिंह और अजय कुमार थे। पटना से आई टीम ने कहा कि छात्रों को वापस बुलाकर 28 नवंबर से कक्षा की शुरुआत की जाए वहीं, घटना की पूरी जानकारी लिखित रूप से विभाग को भेजें। साथी घटना के दौरान सीसीटीवी मोबाइल से लिए गए फुटेज को भी उपलब्ध कराए। विभाग के स्तर से भी जांच कर कार्रवाई की जाएगी टीम देर शाम तक कॉलेज में रही फिर वापस पटना लौट गई.
मानवाधिकार से करेंगे घटनाक्रम की लिखित शिकायत
शिक्षकों ने विभागीय टीम को बताया गया कि सोमवार रात को सीनियर व जूनियर के बीच रैगिंग व विवाद हुआ था। जीरोमाइल थाना पुलिस ने आकर मामले पर बीच बचाव की कोशिश की। इसके बाद छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिसकर्मी लौट गये। इसके कुछ घंटे बाद भारी संख्या में पुलिस दलबल के साथ पहुंची। वहीं छात्रों, शिक्षकों, कर्मचारियों व प्राचार्य की लाठी डंडे से पिटाई की। घटना में घायल हुए सभी शिक्षकों व कर्मियों को बुलाकर जख्म भी दिखाया गया। वहीं, टीम को कई वीडियो फुटेज भी दिखाये गये। घटना के फुटेज को देखकर विभागीय टीम काफी व्यथित हो गयी। एक शिक्षक ने बताया कि आवेदन तैयार कर कई जगह भेजे जायेंगे। आवेदन को मानवाधिकार के पास भेज कर कार्रवाई की मांग की जायेगी
रैगिंग करने वालों पर गिरेगी गाज –
विभागीय टीम ने प्राचार्य समेत सभी शिक्षकों के साथ बैठक भी की। बैठक में तय हुआ कि रैगिंग करने वाले छात्रों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। इसके लिए सभी शिक्षकों को एकजुट रहने को कहा गया। कार्रवाई के बाद अगर छात्रों के द्वारा उपद्रव किया जाता है तो सुरक्षा की मांग पर शिक्षक कॉलेज बंद कर धरना प्रदर्शन शुरू कर देंगे। शिक्षकों ने बताया कि रैगिंग को रोकने के लिए बीते कई माह से प्रयास चल रहा है। हॉस्टल वार निरीक्षण के लिए शिक्षकों व कर्मियों की टीम भी गठित की गयी है। इतना ही नहीं रैगिंग को राेकने के लिए नवनिर्मित हॉस्टल नंबर छह व सात के बीच लंबी दीवार बनाकर उसे तार से घेराबंदी भी कर दी गयी है।