देश में कोरोना की रफ्तार में कमी जरूर आई है लेकिन कई राज्यों की सरकारें लॉकडाउन को अभी खत्म करने के मूड में नहीं है. इसी बीच उत्तर प्रदेश की योगी सरकार उन जिलों से कोरोना कर्फ्यू हटाने पर विचार कर रही है जहां रिकवरी रेट ज्यादा है और नए मामले बहुत कम मिल रहे हैं. हालांकि जिन जिलों में अभी भी 100 से ज्यादा केस आ रहे हैं वहां कर्फ्यू में कोई ढील नहीं दी जाएगी. साथ ही पाबंदियां पहले की तरह ही जारी रहेंगी. जिन जिलों से कोरोना कर्फ्यू हटेगा, वहां भी रात्रिकालीन कर्फ्यू और साप्ताहिक बंदी जारी रहेगी. रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टीम 9 के साथ होने वाली बैठक में ढील को लेकर फैसला हो सकता है.
गौरतलब है कि हमीरपुर जिले में पिछले 24 घंटे में एक भी नए केस सामने नहीं आए, जबकि 19 जिले ऐसे हैं, जहां संक्रमण के मामले सिंगल डिजिट में है. राजधानी लखनऊ सहित पांच जिले ऐसे हैं जहां अभी रोजाना 100 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं. जबकि बाकी के 50 जिलों में संक्रम की दर 100 से कम यानी डबल डिजिट में है. लिहाजा कम संक्रमण दर वाले जिलों के जिलाधिकारियों को कोरोना कर्फ्यू हटाने की छूट दी जा सकती है.
अनलॉक प्रक्रिया को लेकर बनी सहमति
जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शनिवार को हुई टीम-9 की बैठक में प्रदेश के हालात पर चर्चा के दौरान इस पर सहमति बन गई है. इसके आधार पर ही कोरोना कर्फ्यू से प्रदेशवासियों को राहत दिया जाएगा. सूत्रों का कहना है कि बाजारों को एक साथ खोलने की बजाए इस तरह खोलने की योजना है कि एकदम से भीड़ न बढ़े और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन होता रहे.
दरअसल, प्रदेश में तेजी से घट रही संक्रमण रेट को देखते हुए सरकार जनता को राहत देने के मूड में है. कपड़े की दुकान, वैवाहिक वस्तुओं की दुकान, निर्माण से जुड़ी सामग्री की दुकान, 50 प्रतिशत कर्मी क्षमता के साथ बड़ी दुकान या रेस्टोरेंट को खोलने की अनुमति दी जा सकती है. हालांकि शॉपिंग मॉल, फिल्म थिएटर, सैलून व सभी प्रकार के सामाजिक, धार्मिक व राजनीतिक कार्यक्रम पर रोक बनी रहेगी. इसी तरह कंटेनमेट जोन की सभी दुकानों को बंद रखा जाएगा.