प्रसिद्ध गायिका भारत रत्न एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी जी की पुण्यतिथि, जेडीयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने किया नमन

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। भारतीय शास्त्रीय संगीत की महान संगीतकार, पद्म भूषण,पद्म विभूषण और भारतरत्न से सम्मानित एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी जी की पुण्यतिथि है। इस मौके पर जेडीयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने उन्हे नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी। साथ ही उन्होंने कहा कि भजन के माध्यम से एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी ने आध्यात्मिकता के आलोक से विश्व को प्रकाशित किया, वहीं शास्त्रीय गायन की धरोहर अगली पीढ़ियों तक पहुंचाई। राष्ट्र सदैव उनका कृतज्ञ रहेगा। संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि कर्नाटक संगीत का वो दौर, जब दूर-दूर तक किसी महिला संगीतकार का पता नहीं था। जब अघोषित रूप से यहां महिलाओं की एंट्री वर्जित थी। उस दौर में एम.एस सुब्बुलक्ष्मी ने यहां कदम रखा और देखते ही देखते वो पहली महिला संगीतकार बन गईं, जिन्हें आगे चलकर कर्नाटक संगीत का सर्वोत्तम पुरस्कार मिला।

सुब्बुलक्ष्मी का जन्म 16 सितंबर 1916 को तमिलनाडु के मदुरै शहर में हुआ था। बहुत छोटी सी उम्र में उन्होंने संगीत की शिक्षा पूरी कर ली थी। 10 साल की उम्र तक पहुंचते हुए अपना पहला डिस्क रिकॉर्ड भी कर लिया था और 17 साल की उम्र में उन्होंने पहला संगीत भी पेश किया। सुब्बुलक्ष्मी ने कई भाषाओं में गीत रिकॉर्ड किए। इनमें मलयालम, पंजाबी आदि शामिल थे। उन्होंने पंडित नारायण व्यास के अलावा आर्यकुड़ी, श्रीनिवास अय्यर तथा रामानुज आयंगर से भारतीय शास्त्रीय गायन सीखा। सुब्बुलक्ष्मी एक सफल संगीतकार होने के साथ ही साथ सफल अभिनेत्री भी थीं। उन्होंने कई फिल्मों में यादगार रोल अदा किए, लेकिन कुछ फिल्मों के बाद वह गायकी में पूर्ण रूप से समर्पित हो गईं। साल 1996 में उनके पति की मृत्यु हो गई। इसी वक्त उन्होंने सार्वजनिक गायन बंद करने की भी घोषणा की। पति की मृत्यु के 8 साल बाद साल 2004 में 11 दिसंबर को सुब्बुलक्ष्मी का भी निधन हो गया।

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