भागलपुर कहलगांव प्रखंड के श्यामपुर पंचायत में चंपा पोखर की खुदाई को लेकर कुछ दिनों से जेसीबी मशीन के इस्तेमाल और मनरेगा योजना के तहत सरकारी फंड के दुरुपयोग की चर्चा जोरों पर है इस मुद्दे को लेकर श्यामपुर पंचायत के निवासी कन्हैया कुमार ने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को एक आवेदन भेजकर आरोप लगाया कि चंपा पोखर की खुदाई मनरेगा योजना से कराई जा रही है और इसमें जेसीबी मशीन का अवैध उपयोग हो रहा है साथ ही, खुदाई की मिट्टी को भी अवैध रूप से बेचने की बात कही गई हालांकि जब मीडिया संवाददाता मौके पर पहुंचे तो ग्रामीणों ने इन सभी आरोपों को निराधार बताते हुए पूरी स्थिति स्पष्ट की ग्रामीणों ने बताया कि यह कार्य पूरी तरह से सामूहिक निजी पहल पर आधारित है, जिसमें किसी प्रकार की सरकारी सहायता नहीं ली जा रही है.
ग्रामीणों के अनुसार, यह पोखर पिछले 50 वर्षों से उपेक्षित पड़ा था और पूरी तरह से सूख चुका था इससे किसानों को सिंचाई, पशुओं को पानी, और धार्मिक कार्यों विशेषकर छठ पूजा में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था इन्हीं कारणों से गांव के लोगों ने आपसी सहयोग से चंपा पोखर की खुदाई कराई है खुदाई के दौरान निकली मिट्टी को पास के सरकारी जमीन में भरकर एक खेल का मैदान विकसित किया जा रहा है, जो भविष्य में ग्रामीण युवाओं के लिए लाभकारी सिद्ध होगा श्यामपुर पंचायत के मुखिया ब्रजेश पासवान ने भी स्पष्ट किया कि प्रारंभ में इस योजना को मनरेगा के तहत शुरू किया गया था लेकिन मजदूरों के लिए यह कार्य संभव नहीं था, इसलिए मनरेगा योजना को बंद कर दिया गया उसके बाद गांववासियों ने स्वयं पैसे जुटाकर यह काम कराया मुखिया पर लगे आरोपों को लेकर ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि कन्हैया कुमार के आरोप निराधार और भ्रामक हैं, जिनका उद्देश्य केवल राजनीति से प्रेरित प्रतीत होता है